राजवंशी समाज की एनडीए से बढ़ी नाराजगी,राजद को देंगे समर्थन?

👉

राजवंशी समाज की एनडीए से बढ़ी नाराजगी,राजद को देंगे समर्थन?


नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया
) जैसे जैसे लोकसभा चुनाव प्रथम चरण की तिथि नजदीक आती जा रही है जिले में जातीय गोलबंदी तेज होने लगी है। पूर्व विधायक राजवल्लभ यादव के परिवार की बगावत के कारण मुश्किल में फंसे राजद प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा के लिए राहत की खबर है। उनको राजवंशी समाज ने समर्थन देने का एलान किये जाने के बाद उनके लिए नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद है। ऐसे में

नवादा लोकसभा सीट पर एनडीए की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ने वाली है,क्योंकि राजवंशी समाज के लोगों में काफी आक्रोश  है।

राजवंशी समाज के लोगों ने इस बार बीजेपी को अपना वोट नहीं देने का फरमान जारी किया है। राजवंशी समाज के लोगों ने राष्ट्रीय जनता दल पार्टी को अपना समर्थन दिया है। इनका कहना है कि हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुमलेबाजी में फंस गए थे लेकिन अब इस जुमलेबाजी में नही फंसेंगे। इनलोगों ने अबकी बार अपनी सरकार का स्लोगन देकर आरजेडी को समर्थन दिया है। 

बीजेपी से राजवंशी समाज नाराज:- राजवंशी समाज के अध्यक्ष अशोक राजवंशी ने बताया कि जुमला मतलब चीट करना और ठगना होता है। भारतीय जनता पार्टी ने हमें चीट ही नहीं किया, बल्कि पॉकेटमारी की है। आम लोगों की जेब से बड़ी चालाकी से पैसे निकाले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री सिर्फ जुमलेबाजी कर रहे हैं, जितनी भी घोषणाएं की जा रही हैं, किसी भी चीज का अता-पता नहीं है। कहीं कोई व्यवस्थित योजना नहीं दिख रही है जिसके चलते बीजेपी का विरोध किया। 

"भाजपा को रोकना और सामाजिक न्याय की धारा मजबूत करना सभी पिछड़ी, अति पिछड़ी, दलित-महादलित व अगड़ी जाति के लोगों को गोलबंद करेंगे और भाजपा को यहां किसी कीमत पर नहीं आने देंगे। इसलिए तेजस्वी यादव का साथ देंगे और श्रवण कुशवाहा को जिताएंगे."- अशोक राजवंशी, अध्यक्ष, राजवंशी समाज

श्रवण कुशवाहा को मिला राजवंशी समाज का साथ:- राजवंशी समाज के लोगों ने अकबरपुर प्रखंड के बकसंडा गांव में स्वागत सम्मान समारोह का आयोजन कर नवादा लोकसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा का भव्य स्वागत किया। मौके पर बड़ी संख्या में राजवंशी समाज के लोग मौजूद थे। 

19 अप्रैल को मतदान:- लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। नवादा में मुख्य मुकाबला आरजेडी के श्रवण कुशवाहा और बीजेपी के विवेक ठाकुर के बीच होने की संभावना है। इसके अलावे निर्दलीय के रूप में राजवल्लभ यादव के भाई विनोद यादव और भोजपुरी गायक गुंजन सिंह दोनों की मुश्किलें बढ़ाने में लगे हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post