प्रतिनिधि विश्वास के नाम वारिसलीगंज: प्रखण्ड के ग्रामीण इलाकों के सम्पर्क पथों को बनने के बाद देख रेख नहीं हो पाता है। फलस्वरूप पथ कुछ ही दिनों में जर्जर होने लगती है। कुछ इसी प्रकार से टूटने लगा है पांच वर्ष पूर्व निर्मित चंडीपुर-बासोचक संपर्क पथ। पौरा पूर्वी नहर के दाएं तटबंध पर बना पक्की सड़क कई स्थानों पर जर्जर हो चुका है। जबकि कुछ जगहों पर नहर की सफाई के दौरान भरी गई मिट्टी बरसात में पुनः नहर में बह गई। औऱ सड़क का किनारा गढ्ढे में तब्दील हो गया। वारिसलीगंज-खरांठ में बासोचक से नहर के तटबंध पर बनी 03 किलोमीटर की सड़क में एक दर्जन स्थानों पर पक्की सड़क में गढ्ढे बन चुके हैं जिसकारण उक्त सड़क पर वाहनों की आवाजाही में परेशानी होती है। चंडीपुर ग्रामीण श्याम किशोर सिंह, श्रवण कुमार, नवीन कुमार आदि ने जिलाधिकारी से चंडीपुर संपर्क पथ में बने गढ्ढे को मरम्मत करवाकर अन्य स्थानों पर टूट कर बिखर रहे सड़क की अतिशीघ्र मरम्मती करवाने की मांग किया है। ताकि सड़क पूरी तरह से जर्जर होने के पहले मरम्मत कर काम चलाऊ बनाया जा सके।
प्रतिनिधि विश्वास के नाम वारिसलीगंज: प्रखण्ड के ग्रामीण इलाकों के सम्पर्क पथों को बनने के बाद देख रेख नहीं हो पाता है। फलस्वरूप पथ कुछ ही दिनों में जर्जर होने लगती है। कुछ इसी प्रकार से टूटने लगा है पांच वर्ष पूर्व निर्मित चंडीपुर-बासोचक संपर्क पथ। पौरा पूर्वी नहर के दाएं तटबंध पर बना पक्की सड़क कई स्थानों पर जर्जर हो चुका है। जबकि कुछ जगहों पर नहर की सफाई के दौरान भरी गई मिट्टी बरसात में पुनः नहर में बह गई। औऱ सड़क का किनारा गढ्ढे में तब्दील हो गया। वारिसलीगंज-खरांठ में बासोचक से नहर के तटबंध पर बनी 03 किलोमीटर की सड़क में एक दर्जन स्थानों पर पक्की सड़क में गढ्ढे बन चुके हैं जिसकारण उक्त सड़क पर वाहनों की आवाजाही में परेशानी होती है। चंडीपुर ग्रामीण श्याम किशोर सिंह, श्रवण कुमार, नवीन कुमार आदि ने जिलाधिकारी से चंडीपुर संपर्क पथ में बने गढ्ढे को मरम्मत करवाकर अन्य स्थानों पर टूट कर बिखर रहे सड़क की अतिशीघ्र मरम्मती करवाने की मांग किया है। ताकि सड़क पूरी तरह से जर्जर होने के पहले मरम्मत कर काम चलाऊ बनाया जा सके।
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