नवादा में नदी की जमीन पर बसे लोगों का आशियाना फूंका, करीब 80 घर जले

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नवादा में नदी की जमीन पर बसे लोगों का आशियाना फूंका, करीब 80 घर जले



मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर की है घटना, कई मवेशी भी  जलकर मरे 

पीड़ित ग्रामीणों ने गोलीबारी और मारपीट करने का भी लगाया आरोप

एसडीओ-एसडीपीओ समेत कई थानों की पुलिस पहुंची घटनास्थल

जमीन विवाद में घटना को अंजाम देने का मामला आ रहा सामने 

प्रतिनिधि, विश्वास के नाम नवादा :

नवादा से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जमीन विवाद में 80 घरों को फूंक दिया गया। इस घटना में कई मवेशी भी जलकर मर गए। पीड़ित ग्रामीणों ने गोलीबारी व मारपीट करने का भी आरोप लगाया है। यह पूरी घटना जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर की है। नदी किनारे बिहार सरकार की अनावाद जमीन पर बसे लोगों के घरों को आग के हवाले किया गया है। गांव में आक्रोश और व्याप्त हो गया है। घटना की जानकारी मिलने पर फायर बिग्रेड की टीम वहां पहुंची और कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया गया। वहीं सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ अनोज कुमार, एसडीपीओ सुनील कुमार समेत मुफस्सिल, नगर, बुंदेलखंड सहित कई थानों की पुलिस वहां पहुंच गई। घटना के संदर्भ में पीड़ित ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्राण बिगहा के नंदू पासवान सैकड़ों लोगों के साथ बुधवार की शाम करीब 7:30 बजे गांव पहुंचा और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इस बीच कई ग्रामीणों के साथ मारपीट की। इसके बाद 80-85 घरों में आग लगा दी। 


घर का सारा सामान जला, मवेशी भी मरे 

पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि आगजनी में कई गाय, बछड़े, बकरियां आदि जलकर मर गईं। घर का सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। लोगों के समक्ष खाने-पीने, रहने-सहने की समस्या विकराल हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि अचानक हुई घटना के कारण लोग कुछ भी नहीं समझ पाए। अचानक गांव पहुंच कर दनादन गोली चलाना शुरू कर दिया। जिसके बाद अफरातफरी मच गई। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग सहम उठे। जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच घरों में आग लगा दिया गया। इस दौरान वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया। 


15 साल से बसे थे नदी किनारे

ग्रामीणों ने बताया कि वे सभी लोग कृष्णा नगर के ही रहने वाले हैं। लेकिन वहां रहने की समस्या हुई तो करीब 15 साल पहले नदी किनारे बिहार सरकार की अनावाद जमीन पर झोपड़ियां डाल कर रहने लगे। उन्होंने बताया कि पूर्वज पहले नदी किनारे इसी जमीन पर खेती किया करते थे। लेकिन नंदू पासवान ने सीओ व कर्मचारियों की मिलीभगत से जमीन का म्यूटेशन करवा लिया और वहां से हटने का दबाव बना रहा था। 


कोर्ट में चल रहा है भूमि विवाद का मामला

कौआकोल के गोला बड़राजी के रहने वाले गौतम कुमार ने बताया कि मामला कोर्ट में चल रहा है। इस विवादित भूमि को लेकर डिप्टी सीएम, राजस्व विभाग के मंत्री, डीएम समेत अन्य अधिकारियों को आवेदन दिया गया था। एसपी को भी आवेदन देकर जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। लेकिन अधिकारियों ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया। 1995 से ही जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा है। 


एक साल पहले भी हुई थी गोलीबारी

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गत साल नवंबर महीने में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था। तब पुलिस ने मामले में कोई ध्यान नहीं दिया। तब कोर्ट में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बावजूद पुलिस पूरी तरह निष्क्रिय बनी रही। जिसका नतीजा है कि आज गांव को आग के हवाले कर दिया गया है।


इन लोगों की घरों में लगाई आग 

घटना में गोरेलाल, झपसी मांझी, संजय मांझी, नितय मांझी, रामचंद्र मांझी, भोला मांझी, तारा मांझी, ललिता देवी, अवधेश मांझी, मनोज मांझी, डोमा मांझी, डोमा रविदास, गेंदो मांझी, सुरेश मांझी, विजय रविदास, शोभा देवी, सरिता देवी, सुरुप मांझी, नवल मांझी, निलेश मांझी, रंजीत मांझी, साहेब मांझी, रंगुना मांझी, भोला मांझी, धर्मेंद्र मांझी, अनिल मांझी, रामवृक्ष रविदास, सूरज रविदास, किशोरी रविदास, सिया रविदास, राजेंद्र मांझी आदि के घरों को फूंक दिया गया। तकरीबन 80-85 लोगों के घरों में आग लगा दिए जाने की बात कही जा रही है। 


फायर बिग्रेड ने आग पर पाया काबू 

घटना की जानकारी होते ही फायर बिग्रेड की टीम कृष्णा नगर स्थित घटनास्थल पहुंच गई। कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक घर में रखे सामान जलकर रख हो गए। अधिकांश घर फूस व खपरैल से निर्मित थी। इस घटना के बाद पीड़ित ग्रामीणों के समक्ष रहने-सहने और खाने-पीने की समस्या विकराल हो गई है। ग्रामीण काफी डरे-सहमे हुए हैं।


बड़ी संख्या में गांव पहुंची पुलिस

आगजनी की जानकारी मिलते ही एसडीएम-एसडीपीओ समेत बड़ी संख्या में पुलिस गांव पहुंच गई। अधिकारियों ने ग्रामीणों से घटना की जानकारी प्राप्त की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सदर एसडीएम अखिलेश कुमार ने कहा कि जमीन विवाद में आगजनी की बात सामने आ रही है। क्षति का आकलन किया जा रहा है। सदर एसडीपीओ सुनील कुमार ने कहा कि ग्रामीणों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपितों के घरों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि गोलीबारी की भी जानकारी मिली है। इस बाबत भी जांच की जा रही है। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आएगी।


डीएम, एसपी पहुंचे गांव

घटनास्थल पर डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, एसपी अभिनव धीमान ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामला की जांच की है। अधिकारी द्वारा कहा गया कि फिलहाल 21 घरों को चिन्हित किया गया है, जिसे आग के हवाले किया गया है और 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।


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