पुलिस की वर्दी पहन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

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पुलिस की वर्दी पहन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश



-एक स्कार्पियो सहित आठ लोग गिरफ्तार


-एक सेवानिवृत्त होमगार्ड व एक होमगार्ड भी शामिल


- पुलिस ने एक लाख व 9 मोबाइल को किया जब्त


-मंगलवार को बाबा ढाबा के समीप 60 हजार लूट को दिया था अंजाम


-पीड़ित के आवेदन पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर गिरोह को किया गिरफ्तार


प्रतिनिधि विश्वास के नाम(जमुई) दरोगा,हवलदार और जवान बन कर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का बरहट पुलिस ने पर्दाफाश किया है। बरहट पुलिस ने एक स्कोर्पियो में कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।उसमें एक होमगार्ड का जवान और एक सेवानिवृत्त होमगार्ड का जवान भी शामिल है।इस बात की जानकारी एसडीपीओ सतीश सुमन ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर बरहट थाना में दी।उन्होंने बताया कि इस गिरोह के मास्टरमाइंड लखीसराय के कजरा निवासी नरेश कुमार साह है।जो कि एक महीने पूर्व टावर लगाने के नाम पर पीड़ित व्यक्ति के जमीन पर सर्वे किया था।उसके बाद बीते मंगलवार को पीड़ित के मोबाइल पर टावर लगाने के नाम पर 60 हजार रुपए की मांग की।इसको लेकर पीड़ित को बाबा ढाबा के समीप पेंघी नहर के समीप बुलाया था।इसी दौरान एक उजले रंग के स्कार्पियो से तीन वर्दीधारी उतरे और मारपीट कर 60 हजार रुपए को लूट कर फरार हो गए।इसके बाद पीड़ित द्वारा इसकी सूचना बरहट पुलिस को दी गई।मामले की जानकारी बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने एसपी डा.शौर्य सुमन को दी।एसपी ने त्वरित कार्रवाई के लिए मेरे नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम में बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव,पीएसआई शुभम कुमार,सुमन कुमारी और बरहट थाने की पुलिस शामिल थी। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न चेकनाका पर नाकाबंदी कर स्कार्पियो सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार लोगों में लखीसराय जिले के कजरा निवासी नरेश कुमार साव,मुंगेर जिले के काशीम बाजार थाना क्षेत्र के मोहदीपुर निवासी पवन कुमार मिश्रा,राकेश कुमार मिश्रा,अजय कुमार मिश्रा,मुंगेर जिले के धरहरा थाना क्षेत्र के लकड़ा पाताल गांव निवासी रंजीत कुमार,मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी धनंजय कुमार,कोतवाली मुंगेर थाना क्षेत्र के दलहट्टा निवासी नन्द कुमार और कोतवाली थाना क्षेत्र के लाल दरवाजा निवासी उमेश कुमार शामिल हैं।पुलिस ने इनसबों के पास से एक लाख रुपया,9 मोबाइल और पुलिस वर्दी को भी बरामद किया है। इसमें उमेश कुमार होमगार्ड का जवान है।जबकि नंद कुमार 1 जुलाई को होमगार्ड के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। रंजीत कुमार फर्जी हवलदार की वर्दी पहने हुए थे। वो फर्जी नेमप्लेट भी लगाए थे।एसडीपीओ ने बताया कि ये सभी भोले भाले लोगों को टावर लगाने, पैसा डबल करने, नकली सोना का सिक्का देने के बहाने पैसा लेकर बुलाते हैं तथा रुपए और नकली पुलिस की छापामारी दिखा कर ले लेते हैं या मारपीट कर छीन लेते हैं।इन लोगों द्वारा मुंगेर,लखीसराय, किउल और जमुई में दर्जनों लोगों के साथ ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है।मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है।मास्टरमाइंड नरेश कुमार साव धनबाद में कपड़ा व्यवसायी था।वहीं से वो जाली नोट का भी धंधा करता था।जिसके बाद वह अपने घर आने के बाद एक गिरोह बना लिया था।इसपर कोतवाली मुंगेर में भी जाली नोट का मामला दर्ज है।फिलहाल सभी के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।पुलिस को कई तरह के इनलोगों के खिलाफ सबूत मिले है।जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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