नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड बीडीओ को मनमानी करना महंगा सौदा साबित होने लगा है। डीएम द्वारा प्रपत्र क गठित किये जाने के बाद अब विभाग ने स्पष्टीकरण की मांग की है।
कौआकोल प्रखंड के बीडीओ सुनील कुमार चांद के खिलाफ निवर्तमान डीएम आशुतोष कुमार वर्मा के द्वारा प्रपत्र के गठन करने के साथ ही विभागीय कार्रवाई के लिए अनुसंशा की गई थी। अनुशंसा के बाद बीडीओ की मुश्किलें बढ़ने लगी है।
इस मामले में ग्रामीण विकास विभाग के आरोप पर बीडीओ से कंडीकावार साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
बिहार सरकार के उप सचिव रवि कुमार के हस्ताक्षर से जारी पत्र में बीडीओ को प्रेषित करते हुए उल्लेखित किया गया गया है कि डीएम के पत्रांक 160 , 01 मार्च 2024 के द्वारा प्रतिवेदन आरोप पत्र के आलोक में उक्त आरोपों पर कंडीकावार स्पष्टीकरण बिहार सरकारी सेवक ( वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 के धारा 6 कंडी का 17 (4) के माध्यम से साक्ष्य सहित 15 दिनों के अंदर समर्पित करने का आदेश निर्गत किया गया है। पत्र में स्पष्ट कहा गया कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध नियमानुकुल अनुशासनिक कारवाई की जाए ?
स्पष्टीकरण की प्रतिलिपि डीएम को देकर अति आवश्यक कारवाई करने का निर्देश दिया गया है। अगर यह कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति नहीं कि कौआ कोल बीडीओ को मनमानी ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है।
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