मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप बढ़ा
प्रतिनिधि, विश्वास के नाम रजौली :
प्रखंड मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज ओपीडी में अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं। डायरिया से पीड़ित दर्जनों लोग अस्पताल परिसर में इलाजरत हैं। बुधवार को एक चार वर्षीय बच्ची की मौत डायरिया से हो गई। सिरदला प्रखण्ड के कसुम्भातरी गांव निवासी संजय यादव की चार वर्षीय बेटी सिया कुमारी की डायरिया से मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
ऑनलाइन पंजीयन ने बढ़ाई मुसीबत
अस्पताल में मौजूद लोगों ने कहा कि जबसे ओपीडी का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन हुआ है, तबसे चिकित्सक मरीज को कम और कम्प्यूटर को ज्यादा महत्व देते हैं। जबकि पहले ओपीडी के मरीजों के पर्ची के आधार पर एक कॉपी में लिखकर चिकित्सक दवाई आदि दिया करते थे। लेकिन रजिस्ट्रेशन और इलाज की प्रक्रिया ऑनलाइन होने से चिकित्सकों की परेशानी बढ़ गई है। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
बताया जाता है कि सिया का बुधवार की सुबह अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज हुआ था। बेटी के इलाज के लिए पिता ने ऑनलाइन ओपीडी पर्चा बनवाया और अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक से इलाज कराया। परिजनों का कहना है कि चिकित्सक ने बगैर अच्छे से जांच किए चार प्रकार की दवाई एवं एक इंजेक्शन लिखकर घर जाने को कह दिया। घर जाने के क्रम में बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। जिसके बाद परिजन पुनः अस्पताल आकर चिकित्सक से मिले और बच्ची के हालात को देखते हुए उसको भर्ती कर स्लाइन आदि किया जाने लगा। किन्तु बच्ची की स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ती ही चली गई। अथक प्रयास के बाद भी बच्ची को नहीं बचाया जा सका। मृत बच्ची के चाचा सुनील कुमार ने अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी से शिकायत की बात कही है।
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