प्रतिनिधि, विश्वास के नाम सिरदला।
प्रखंड के इस्माइलपुर गांव में गुरूवार को जमीन सर्वे को लेकर शिविर का आयोजन किया गया। एसएसए गौतम कुमार तथा यमुना भारती ने ग्रामीणों को सर्वे के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि गांवों में जमीन के सर्वे की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। जमीन पर मौजूद संरचनाओं या वर्तमान भौतिक स्वरूप के आधार पर जमीन को श्रेणीबद्ध किया जाएगा। राज्य सरकार गांव में मौजूद घर, कुएं, बगीचे समेत हर चीज की जानकारी लेगी। इसके लिए 177 विभिन्न विशिष्टताओं से संबंधित एक विशेष सूची तैयार की गई है। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि जमीन की मूल प्रकृति क्या है। अगर जमीन पर किसी तरह की संरचना या अन्य कोई चीज मौजूद है तो उसका भी उल्लेख सर्वे में किया जाएगा।
एसएसए ने बताया कि अगर किसी जमीन पर कोई भवन, कच्चा मकान, स्कूल, हॉस्पिटल, किसी तरह का केंद्र, तालाब, पोखर, जंगल, पेड़- पौधे, बगीचा, कुआं, नलकूप, पठार जैसी अन्य किसी तरह की संरचना होगी तो उसका स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा। इसमें यह भी दर्ज होगा कि जमीन खाली है तो यह खेती योग्य है या बंजर है या रेतीली, जैसी जानकारियां भी रहेंगी। जमीन की प्रकृति यानी सरकारी या निजी के अलावा गैर-मजरूआ, गैर-मजरूआ आम, खास समेत अन्य आधार पर श्रेणीवद्ध करने के साथ ही इन विभिन्न विशिष्टताओं का भी वर्णन सर्वे में खासतौर से किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जमीन का सर्वे करने के लिए भू-नक्शा नामक एक सॉफ्टवेयर भी तैयार किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर जल्द ही पूरी तरह से काम करने लगेगा। इसकी मदद से जिस जमीन के प्लॉट का सर्वे किया जाएगा। उसका सटिक पोजिशन या स्थान को अंकित करने में मदद मिलेगी। जमीन का सही स्थान कहां है, इसकी जानकारी इस सॉफ्टवेयर की मदद से सर्वे में अंकित किया जा सकेगा। साथ ही जमीन की श्रेणी या विशिष्टाओं से अगला संबंधित जानकारी भी इस पर दर्ज की जाएगी। इससे सर्वे लेख काम एकदम सटिक होगा। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है।
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