डायरिया से गरीबा में दो बच्चों की मौत के बाद भी नही जागा स्वास्थ्य विभाग रजौली

डायरिया से गरीबा में दो बच्चों की मौत के बाद भी नही जागा स्वास्थ्य विभाग रजौली





पिछले एक सप्ताह से गरीबा गाँव का माँझी टोला है डायरिया से पीड़ित।



मेडिकल कैम्प के बजाय सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर अपने कर्तव्य से कर लिया इतिश्री।



प्रतिनिधि विश्वास के नाम रजौली:पिछले एक सप्ताह से रजौली थानाक्षेत्र के गरीबा गाँव का माँझी टोला डायरिया की चपेट में हैं।अबतक लगभग दर्जनों लोग डायरिया से पीड़ित होकर विभिन्न निजी अस्पतालों सहित अनुमंडलीय अस्पताल के अपना इलाज करवा रहे हैं।लगभग एक सप्ताह पूर्व डायरिया से पीड़ित एक बच्ची राधिका कुमारी की मौत इलाज के लिये अस्पताल लाने के क्रम में हो गया थी।जिसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने गाँव मे सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लिया।उक्त गाँव मे मेडिकल टीम का गठन कर कैम्प करना मुनासिब नही समझा।जिससे वहाँ के लोग डायरिया के चपेट में आते रहे।डायरिया से ग्रसित धर्मेंद्र मांझी के 7 वर्षीय पुत्र की मौत बुधवार हो गया।लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी मामले को जानकर भी अनजान बने हुए हैं।गरीबा गाँव का माँझी टोला में डायरिया ने फिर एकबार अपना पैर पसार है जिसके बाद  शनिवार को अनुमंडलीय अस्पताल में तीन बच्चा सहित एक महिला को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।जहाँ सबकी हालात इलाज के बाद स्थिर है।वहीं जब गरीबा का माँझी टोला से डायरिया से पीडित मरीज आने लगे थे तब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी सौरव कुमार निराला ने कहा था कि कैम्प कर लोगो का इलाज किया जायेगा।लेकिन उन्होंने कैम्प कर हालात पर काबू पाने का प्रयास नही किया गया जिससे एक बच्चे की मौत हो गई।

                  वहीं जानकर बताते हैं कि जिस गाँव मे डायरिया होने के सूचना मिलती है।वहाँ पर स्वाथ्य महकमा सर्तकता दिखाते हुए मेडिकल कैम्प लगाकर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव सहित कई आवश्यक दवाई वितरण कर निगरानी करते हैं लेकिन गरीबा गाँव का माँझी टोला में ऐसा नही है।यहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा उक्त गाँव का दौरा कर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लिया जिससे धीरे-धीरे पूरा माँझी टोला डायरिया के चपेट में आने लगा है।अगर स्वास्थ्य महकमा संजीदगी से उक्त गाँव में कैम्प कर डायरिया पर काबू पाने का प्रयास नही किया तो वो दिन दूर नही जब पूरा गाँव डायरिया के चपेट में होगा और उस समय स्थिति को संभालना शायद मुश्किल हो जो जाय।इस संबंध में सिविल सर्जन नवादा नीता अग्रवाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है बहुत जल्द डायरिया से प्रभावित गाँव मे कैम्प कर इलाज की व्यवस्था की जायेगी।

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