सिविल सर्जन के एक्शन मोड़ में आने के बाद डायरिया से प्रभावित गाँव गरीबा के मुसहरी टोला में लगा मेडिकल कैम्प

सिविल सर्जन के एक्शन मोड़ में आने के बाद डायरिया से प्रभावित गाँव गरीबा के मुसहरी टोला में लगा मेडिकल कैम्प

 खबर का असर :


गरीबा गाँव के मुसहरी टोला में अबतक डायरिया से 2 बच्चों की गई जान,दर्जनों लोग प्रभावित।



मु


ख्य प्रतिनिधि विश्वास के नाम रजौली: प्रखंड के बहादुरपुर पंचायत के गरीबा गाँव के मुसहरी टोला इन दिनों डायरिया के चपेट में है।अबतक डायरिया से प्रभावित दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है।लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक सौरभ कुमार  निराला के द्वारा उक्त टोला में कैम्प ना कर सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया।जिससे धीरे धीरे कई लोग डायरिया के चपेट में आ गए।जिसके बाद विश्वास के नाम अखबार ने डायरिया से गरीबा गाँव मे दो बच्चों की मौत के बाद भी नही जागा स्वास्थ्य विभाग शीर्षक के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।जिसके बाद नवादा सिविल सर्जन नीता अग्रवाल ने शनिवार की रात्रि को लगभग 10:30 बजे उक्त गाँव का दौरा किया और रात को ही लगभग आधा दर्जन डायरिया से पीड़ित लोगों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल पहुँचाया।सिविल सर्जन के गरीबा गाँव का मुसहरी टोला पहुँचने की खबर जैसे हि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को लगा वैसे ही कुम्भकर्णी नींद से जागकर आनन-फानन में गरीबा गाँव का मुसहरी टोला पहुँचा।जिसके बाद सिविल सर्जन नीता अग्रवाल ने कड़ी फटकार लगाई और डायरिया जैसे गंभीर मामलों में संवेदनशील होकर कार्य करने की हिदायत दिया।जिसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अपने सहयोगियों के साथ कैम्प किये हुए हैं।और घर-घर जाकर जाँच भी कर रहे हैं और संदेह होने पर तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर रहे हैं।साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि महिला सिविल सर्जन का कार्य से हमलोग बेहद खुश है।क्योंकि रात को ही हमलोगों से आकर मिले और डायरिया से प्रभावित लोगों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती करवाये।लेकिन अगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजौली के प्रभारी अगर डायरिया के पहले केश में ही  जाग जाते तो शायद 7 वर्षीय लक्ष्मण माँझी की जान बच सकती थी।

                   इस संबंध में सिविल सर्जन नवादा नीता अग्रवाल ने बताया कि खबर मिली थी कि गरीब गाँव मे डायरिया हो गया।जिसके बाद मैं कैम्पिंग के लिए कही थी।लेकिन कैम्पिंग नही हुई।इसलिए मैं यहाँ आई हूं सारा व्यवस्था करा दिया हूँ और जबतक स्थिति सामान्य नही हो जाती है तबतक 24 घंटे इस गाँव मे मेडिकल टीम कैम्प करेगी।इस कार्य शिथिलता बरतने वाले लोगो के खिलाफ कार्यवाई के लिए मैं लिखूंगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post