- बदबू आने पर चरवाहा ने देखा और पुलिस को दी सूचना
प्रतिनिधि विश्वास के नाम
डालटनगंज: झारखंड में भीषण गर्मी का दौर जारी है। सबसे ज्यादा गर्मी झारखंड के पलामू प्रमंडल में पड़ रही है। इस भीषण गर्मी से इंसान ही नहीं, जानवर और पक्षी भी परेशान है। गर्मी में प्यास बुझाने के लिए पानी की तलाश में बंदरों के झुंड ने कुएं में छलांग लगा दी। कुएं के अंदर पानी में डूबने और किसी जहरीली गैस की चपेट में आने से 40 बंदरों की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक पलामू जिले के पांकी प्रखंड मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर सोरठ के जंगल में यह हादसा हुआ। जंगल में मवेशियों को चराने गए चारवाहे ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। बाद में पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि पलामू का अधिकतम तापमान करीब 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसी दौरान बंदरों का एक झुंड पानी की तलाश में कुएं के पास पहुंच गए। प्यास बुझाने के लिए बंदरों ने पानी में छलांग लगा दी। उसके बाद कुछ बंदरों के शव पानी में तैरते नजर आए, तो कुछ बंदरों का शव कुएं के अंदर पेड़ की डालियों में लटके मिले।
ग्रामीणों ने बताया कि कुएं के अंदर उतरने और बाहर निकलने के लिए लोहे की सीढ़ियां लगी थी। बंदर आसानी से इन सीढ़ियों की मदद से पानी पीने के बाद ऊपर आ सकते थे, लेकिन संभवतः किसी जहरली गैस की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। यह भी संभावना जताई जा रही है कि जिन बंदरों का शव पानी में तैरता है, वे सभी भी पहले जहरीली गैस की चपेट में आए और दम निकल जाने के बाद वे पेड़ की डालियों से नीचे जा गिरे।
पांकी से सटे सोरठ जंगल में हर दिन की तरह मवेशियों को चराने पहुंचे चरवाहे को कुएं के पानी से दुर्गंध आने से इसकी जानकारी मिली। दुर्गंध आने पर चरवाहा जब कुएं के पास गया, तो देखा कुएं के अंदर कई बंदर मरे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कुएं के पास एक डैम भी है, जहां बंदर अक्सर पानी पीने आते थे। लेकिन इस बार भीषण गर्मी में डैम सूख गया। मॉनसून के आने के पहले डैम सूखने से आसपास के ग्रामीण भी पानी है। वहीं डैम में पानी नहीं रहने के कारण बंदरों का झुंड कुएं पर पहुंचा और उनकी मौत हो गई।
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