मुख्य प्रतिनिधि विश्वास के नाम नवादा रविवार को इंटरनेशनल "नर्सिंग" डे एवं मदर्स डे के रूप में मनाया गया, इस शुभ अवसर पर मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव-सह-एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिचयूशन्स, पटना (बिहार) के महासचिव डॉ० शैलेश कुमार ने अपने उदबोधन में बताये कि फ्लोरेन्स नाईटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 ई० को ईटली में एक उच्च वर्गीय ब्रिटिश परिवार में हुआ था। जैसा कि दया व सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेन्स नाईटिंगेल को दीपक वाली महिला के नाम से भी जाना जाता है।इस संदर्भ में सचिव महोदय ने विस्तृत चर्चा करते हुये कहे कि मॉ का स्थान सबसे ऊँचा होता है। माँ की करनी को भूला नही जा सकता मॉ अपने बच्चों के दुख-सुख का सभी परिस्थितियों में ध्यान देती है।इसी के साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नर्सों के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुये कहे कि इनका भी सेवा भाव अकथनीय है।जिसका वर्णन करना सम्भव नही है, तत्पश्चात त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन नर्सिंग, गुरुविन्दा कॉलेज ऑफ नर्सिंग एवं नवादा कॉलेज ऑफ नर्सिंग तथा सभी महाविद्यालय के प्राचार्य, प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, ट्यूटर, महाविद्यालय कर्मी, ईशा पमरारा, सुमन मेशी, कविता सिंह, शोभा कुमारी, रजनी कुमारी, रिया सिन्हा, सोनामणि ने भी अन्र्तराष्ट्रीय नर्सेज डे के शुभ अवसर पर अपनी-अपनी बातों से प्रेरित किया इसमें सभी प्रशिक्षुगण रिया कुमारी, संध्या कुमारी, मिली कुमारी, काजल कुमारी, वन्दना कुमारी, रूपम कुमारी, प्रीति कुमारी, प्रियंका कुमारी, शबनम, नन्दनी कुमारी, दिपिका कुमारी, खुशबू कुमारी को अन्र्तराष्ट्रीय नर्सेज डे के शुभ अवसर पर बहुत बधाई दिये साथ ही साथ दीप प्रज्वलित (Lamp Lighting) करके अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने कि शपथ दिलायें और उनके भविष्य की कामना किये।
मुख्य प्रतिनिधि विश्वास के नाम नवादा रविवार को इंटरनेशनल "नर्सिंग" डे एवं मदर्स डे के रूप में मनाया गया, इस शुभ अवसर पर मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव-सह-एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिचयूशन्स, पटना (बिहार) के महासचिव डॉ० शैलेश कुमार ने अपने उदबोधन में बताये कि फ्लोरेन्स नाईटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 ई० को ईटली में एक उच्च वर्गीय ब्रिटिश परिवार में हुआ था। जैसा कि दया व सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेन्स नाईटिंगेल को दीपक वाली महिला के नाम से भी जाना जाता है।इस संदर्भ में सचिव महोदय ने विस्तृत चर्चा करते हुये कहे कि मॉ का स्थान सबसे ऊँचा होता है। माँ की करनी को भूला नही जा सकता मॉ अपने बच्चों के दुख-सुख का सभी परिस्थितियों में ध्यान देती है।इसी के साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नर्सों के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुये कहे कि इनका भी सेवा भाव अकथनीय है।जिसका वर्णन करना सम्भव नही है, तत्पश्चात त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन नर्सिंग, गुरुविन्दा कॉलेज ऑफ नर्सिंग एवं नवादा कॉलेज ऑफ नर्सिंग तथा सभी महाविद्यालय के प्राचार्य, प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, ट्यूटर, महाविद्यालय कर्मी, ईशा पमरारा, सुमन मेशी, कविता सिंह, शोभा कुमारी, रजनी कुमारी, रिया सिन्हा, सोनामणि ने भी अन्र्तराष्ट्रीय नर्सेज डे के शुभ अवसर पर अपनी-अपनी बातों से प्रेरित किया इसमें सभी प्रशिक्षुगण रिया कुमारी, संध्या कुमारी, मिली कुमारी, काजल कुमारी, वन्दना कुमारी, रूपम कुमारी, प्रीति कुमारी, प्रियंका कुमारी, शबनम, नन्दनी कुमारी, दिपिका कुमारी, खुशबू कुमारी को अन्र्तराष्ट्रीय नर्सेज डे के शुभ अवसर पर बहुत बधाई दिये साथ ही साथ दीप प्रज्वलित (Lamp Lighting) करके अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने कि शपथ दिलायें और उनके भविष्य की कामना किये।
Post a Comment