प्रतिनिधि, विश्वास के नाम : सिरदला प्रखंड के स्थानीय नीचे बाजार सिरदला में रविवार को विशद शिव गुरु परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में बनारस के इलाकत अली खान उपस्थित रहे। उन्होंने कहा की परमात्मा एक है।अलग अलग धर्म में अलग अलग नाम से जाना जाता है। परमात्मा ही शिव है। शिव देवताओं के गुरु, गुरुओं के गुरु हैं। साहब हरिंद्रानंद ने इस काल खंड में तीन सूत्र के माध्यम से शिव को गुरु के रूप में करोड़ो लोगो को जोड़ा है। साहब के दिए गए संदेश तीन सूत्र के माध्यम से सींच कर साहब की बगिया को हरा भरा रखना है। ज्ञान की अभाव में सम्पति और संपदा नष्ट हो जाता है। ज्ञान देने वाले की पात्रता शिष्यता पर आधारित होता है। ज्ञान देने वाला अगर जगत के गुरु है और उससे बड़ा गुरु कोई नही है। जिसने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष को बनाया है, उसे ही हमलोग क्यों नहीं गुरु बना लें। कहा जाता है कि परमात्मा से सबकुछ निर्मित है तो निर्माता को सबकुछ पता होगा, ज्ञान जब परमात्मा के पास है तो उसी परमात्मा को गुरु क्यों नहीं बनाया जाय और परमात्मा शिव को कहा गया है। शिव के गुरु स्वरूप से जुड़ कर लौकिक जीवन का आनंद लिया जा सकता है। शिव की पूजा आदि काल से होते आ रहा है वही शिव गुरु का भी काम करते है। शिव सिर्फ नाम के गुरु नहीं हैं , बल्कि कमाल के गुरु हैं। उनसे जुड़ाव की जरूरत है। मौके पर कोडरमा, वारसलीगंज, गया, नरहट नवादा आदि जगहों से हजारों लोग उपस्थित थे।
परमात्मा रूपी शिव को बनाएं गुरु : इलाकत अली
Update
0
Post a Comment