प्रतिनिधि, विश्वास के नाम
तेज आंधी-पानी ने नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया है। शनिवार की सुबह तेज आंधी-पानी ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। खेतों में लगी फसल को काफी नुकसान हुआ है। इधर, शहर से लेकर गांव तक की सड़कों पर जलजमाव का नजारा देखने को मिला। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में घंटों बिजली की आपूर्ति बाधित रही। तेज आंधी की वजह से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिसुआ के पुराने भवन के ऊपर एक सूखा ताड़ का पेड़ गिर गया। गनीमत रही कि वहां पर कोई मौजूद नहीं था। शहर के विश्व शांति चौक, नगर परिषद कार्यालय , महादेव मोड व अन्य जगहों पर जलजमाव का नजारा देखने को मिला। आधा दर्जन से अधिक वार्ड में सड़क पर नाले का पानी बहता मिला। यह हाल तब है जब बेमौसम बारिश हुई है। शहर को स्वच्छ और सुंदर रखने की व्यवस्था के नाम पर नगर परिषद द्वारा लाखों रुपये खर्च करने का दावा तो किया जाता है। लेकिन बारिश ने पूरी कलई खोल कर रख दी। शहर के निचले इलाकों की बात कौन कहें, मेन रोड में भी कई जगहों पर जलजमाव हो गया। बीते दो साल के अंदर नाला उड़ाही और जल निकासी के नाम पर लाखों की राशि खर्च किये जाने के बाद भी पानी का जमा हो जाना व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न खड़ा करता है। हाल में ही नगर परिषद के द्वारा शहर के कुछ नालों की सफाई नप के कर्मियों के द्वारा करायी गयी है। लेकिन यह भी सफाई का कार्य पूर्ण नहीं किया गया। इसी कारण कई वार्ड में सड़क पर जलजमाव हो गया है। नप के कार्यपालक पदाधिकारी जय कुमार का कहना है कि नाले की सफाई अप्रैल में करायी गयी है। जहां पर पानी के जमाव की समस्या है, उसको ठीक कराया जाएगा।
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