अनुमंडलीय अस्पताल में बिजली कटने के बाद मरीज के साथ चिकित्सक भी हुए काफी परेशान
रजौली। प्रफुल्ल कुमार सुमन
75 शैय्या अनुमंडलीय अस्पताल में इन दिनों भारी कुव्यवस्था व्याप्त है।
बता दें कि अनुमंडलीय अस्पताल में रात को बिजली कट जाने पर अस्पताल में अंधेरा छा जाता है। घंटों तक कोई जनरेटर चलाने वाला ऑपरेटर नहीं आता है। जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध में मरीज सन्नी कुमार व छोटू कुमार ने बताया कि मंगलवार की रात्रि तबीयत खराब होने पर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सक डॉसतीश चंद्र सिन्हा के द्वारा मरीज को सलाइन चढाने को कहा गया। मरीज को एक बेड पर सलाईन लगा दिया गया। लेकिन मरीज के बेड के समीप व बेड पर काफी गंदगी था। जिससे मरीज का तबीयत और ज्यादा खराब होने लगा। इस बीच अनुमंडलीय अस्पताल में बिजली कट गई। अनुमंडलीय अस्पताल अंधेरा में डूब गया। जिसके लिए ड्यूटी पर रहे चिकित्सक भी काफी परेशान दिखे। उसके बाद जब मरीज के परिजनों द्वारा अस्पताल के जनरेटर ऑपरेटर कुलेश्वर यादव से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने रात्रि में मोबाइल उठाना मुनासिब नहीं समझा। जिससे अनुमंडलीय अस्पताल के डिलीवरी रूम, ऑपरेशन थिएटर व लेबर रूम के एएनएम व स्टाफ काफी परेशान दिखे।
मरीज के परिजनों ने कहा की अनुमंडलीय अस्पताल का व्यवस्था कागजों पर ही चल रहा है। वहीं निजी क्लीनिक के लोग भी रातों में अनुमंडलीय अस्पताल में भटकते रहते हैं और मरीज के परिजनों को बहला फुसलाकर निजी क्लीनिक में ले जाकर मरीजों के साथ दोहन करते हैं। वहीं कुछ लोगों व मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में कुव्यवस्था के कारण ही गांव के सीधे-साधे लोग निजी क्लीनिक वाले के बहकावे में आकर अनुमंडलीय अस्पताल से निजी क्लीनिक में चले जाते हैं। जिससे मरीजों का भारी दोहन किया जाता है।
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