- अपनी-अपनी जीत के दावे करते दिखे प्रत्याशी
- जातीय समीकरण के आधार पर हो रही है चर्चा
मुख्य संवाददाता, नवादा
लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत नवादा संसदीय क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया है। इसके साथ ही जीत-हार की चर्चा ने जोर पकड़ ली है। बाजार के चौक-चौराहों के साथ गांव-कस्बों में लोग इसी चर्चा में जुटे हुए हैं। वहीं प्रत्याशी और उनके समर्थक भी जीत-हार के आकलन में व्यस्त हो गए हैं। बूथों पर प्रतिनियुक्त पोलिंग एजेंटों से मतदान की जानकारी जुटाई जा रही है और डाले गए वोट में जातीय समीकरण के आधार पर जीत-हार का आकलन कर रहे हैं। शनिवार को अधिकांश प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ इसी गणित में उलझे दिखे कि किसे कितना और किस जाति का वोट मिला है। हालांकि सभी प्रत्याशी व उनके समर्थक अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। साथ ही कम मतदान प्रतिशत को लेकर चिंतित भी दिखाई पड़ रहे हैं। वोट प्रतिशत ने गिनती बिगाड़ दी है। इधर, समर्थक अभी भी प्रत्याशियों को अपने चुनावी गणित से जीत दिलाने का दावा कर रहे हैं।
इधर, मतदान संपन्न होने के बाद भी वोटरों ने चुप्पी साध रखी है। हालांकि कैडर वोट खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। यहां तक कि मतदान के दौरान मोबाइल से ली गई वीडियो रिकॉर्डिंग व फोटो भी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं और अपने प्रत्याशियों को दिखाकर वाहवाही लूट रहे हैं। दिलचस्प यह कि जिला प्रशासन ने मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल ले जाने पर पाबंदी लगा रखी थी। इसके बावजूद मतदाता बूथों के अंदर मोबाइल ले गए और फोटो खींचे तथा वीडियो भी बनाए। दूसरी ओर, सामान्य वोटरों की चुप्पी ने अभी भी प्रत्याशियों के चेहरे पर परेशानी की लकीर खींच रखी है। वोटरों की इस चुप्पी एक तरीके से अबूझ पहेली का काम कर रही है। इसके बावजूद जातिगत समीकरण के आधार पर जीत-हार का आकलन व दावा किया जा रहा है। 4 जून को मतगणना होने वाली है। जिसमें यह स्पष्ट हो जाएगा कि किसके पक्ष में वोटरों ने ज्यादा मतदान किया है।
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