स्मार्ट और बेहतर शिक्षा देने की कवायद, पीएमश्री स्कूलों का होगा चयन

👉

स्मार्ट और बेहतर शिक्षा देने की कवायद, पीएमश्री स्कूलों का होगा चयन

 


- प्रत्येक प्रखंड में एक प्राथमिक व एक उच्च विद्यालय होंगे चयनित 

- 15 मई तक चैलेंज पोर्टल पर किया जा सकेगा आवेदन 

मुख्य संवाददाता, नवादा :

जिले के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने और उन्हें स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है। इसके तहत प्रत्येक प्रखंडों में पीएम श्री (प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया स्कीम) के तहत स्कूलों का चयन किया जाना है। हरेक प्रखंड से एक प्राथमिक व एक उच्च विद्यालय का चयन किया जाना है। इसे लेकर 15 मई तक आवेदन लिया जाएगा। आवेदन के लिए एक विशेष पोर्टल बनाया गया है। जिसका नाम चैलेंज पोर्टल है, उसी पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। 

प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया स्कीम के तहत चयनित सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। भारत सरकार के साथ एमओयू के बाद बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने स्कलों की चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत चिन्हित स्कूलों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व बेहतर शैक्षिक माहौल के साथ अपने क्षेत्र की अन्य स्कूलों के लिए मॉडल के तौर पर विकसित किया जाएगा। चयनित स्कूलों में कंप्यूटर, साइंस व गणित लैब व डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। समय-समय पर बच्चों की दक्षता व शिक्षक गुणवत्ता का मूल्यांकन भी नई शिक्षा नीति के तहत करेंगे। पीएम श्री के लिए तय मानकों पर खरे उतरने वाले स्कूलों को  आवेदन के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ को नोडल अधिकारी नामित किया है। नोडल अधिकारी को योजना के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए स्कूलों को 15 मई तक आवेदन करना होगा। 15 मई तक आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 23 मई से स्कूलों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। जिले में फिलहाल नवोदय विद्यालय का चयन पीएम श्री स्कूल के तहत किया गया है। सत्यापन के समय स्कूल में निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध हो, इसका खास ख्याल रखा जायेगा। मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ स्कूलों को पीएमश्री स्कूल के रूप में चयन किया जा सकेगा। चयन का निर्धारण प्रत्येक मानक के लिए निर्धारित अंक के आधार पर होगा। चयनित विद्यालयों का अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन पीएमश्री पोर्टल पर कराया जाएगा।


बच्चों को मिलेगी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा

पीएम श्री स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।  स्कूलों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त व अन्य अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं यथा, आधुनिक कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, सुसज्जित पुस्तकालय से लैस होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को कक्षा के अनुरूप दक्षता के लिए लर्निंग आउटकम (सीखने की क्षमता) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों को कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा, ताकि बच्चों के क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ रोजगारपरक संभावना भी तैयारी की जा सके।

Post a Comment

Previous Post Next Post