'डराया, धमकाया और परेशान किया', दूतावास का कार्यक्रम रद्द होने पर भारत का रिएक्शन; कनाडा को सुनाई खरी-खरी - Indo Canada Relations

👉

'डराया, धमकाया और परेशान किया', दूतावास का कार्यक्रम रद्द होने पर भारत का रिएक्शन; कनाडा को सुनाई खरी-खरी - Indo Canada Relations


नई दिल्ली।
कनाडा में भारतीय दूतावास का शिविर कार्यक्रम रद्द होने पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि वहां की सरकार की ओर से पर्याप्त सुरक्षा आश्वासन न मिलने के कारण यह फैसला किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले एक साल या उससे अधिक समय में भारतीय राजनयिकों को कनाडा में डराया, धमकाया गया और उन्हें परेशान किया गया।

मंत्रालय ने कहा कि यह सब हरकतें अस्वीकार्य हैं और हमने मजबूती से कनाडा के सामने यह मुद्दा उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमने अपने राजनयिकों के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी, जहां वाणिज्य दूतावास शिविर आयोजित किया जाना था, लेकिन कनाडा की ओर से सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। पिछले एक साल या उससे भी ज़्यादा समय से हमने भारतीय राजनयिकों पर हमले, उन्हें डराना, धमकाना, परेशान करना जैसी चीज़ें देखी हैं।'

'राजनयिकों पर रखी जा रही निगरानी'

उन्होंने कहा, 'हां, धमकियां बढ़ी हैं। भारतीय राजनयिकों पर निगरानी रखी जा रही है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। विदेश मंत्री ने भी इस बारे में बात की है। हमने इस मामले को कनाडा की ओर से भी बहुत मजबूती से उठाया है।' रणधीर ने बताया कि वाणिज्य दूतावास की ओर से यह शिविर कनाडा में रह रहे भारतीय प्रवासी समुदाय की सहायता के लिए आयोजित किए जाते हैं।

उन्होंने कहा, 'कनाडा में हमारे पास एक बड़ा प्रवासी समुदाय है। इनमें से कई लोगों को, विशेष रूप से नवंबर, दिसंबर के महीने में, भारत में अपनी पेंशन और कई अन्य गतिविधियों को जारी रखने के लिए कई दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। इसलिए यह वाणिज्य दूतावास शिविर जो हम आयोजित करते हैं, वह समुदाय के लिए उपयोगी है, भारतीय राष्ट्रीयता के लोगों और भारतीय मूल के लोगों, दोनों के लिए, जो आज कनाडाई नागरिक हैं।'

अन्य हिस्सों में आयोजित किए जाएंगे शिविर: MEA

रणधीर जयसवाल ने आगे कहा,'मैं समझता हूं कि कनाडा के अन्य हिस्सों में, उदाहरण के लिए वैंकूवर में, वाणिज्य दूतावास शिविर आयोजित किए जाएंगे। ये वाणिज्य दूतावास शिविर सामुदायिक संगठनों के अनुरोध पर आयोजित किए जाते हैं। इसलिए जहां सामुदायिक संगठन सहज हैं, हम इन वाणिज्य दूतावास शिविरों के साथ आगे बढ़ेंगे।'


आइये, बिहार में बिज़नेस करें, बिहार को सशक्त करें। जुड़ें विश्वास के नाम के साथ व्हाट्सप्प ग्रुप पर (Click to join):  https://chat.whatsapp.com/ErmCLik9G3n15yXefnopW8 

Post a Comment

Previous Post Next Post