सदर अस्पताल नवादा में ड्यूटी से गायब मिले 13 सिक्योरिटी गार्ड

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सदर अस्पताल नवादा में ड्यूटी से गायब मिले 13 सिक्योरिटी गार्ड




सिविल सर्जन के निरीक्षण में खुली पोल


बिना ड्यूटी करने वाले को भी मिल रहा है वेतन 


एलिट फाल्कन सिक्योरिटी गार्ड, बड़ा घोटाला का आशंका कंपनी के खिलाफ एक्शन में सिविल सर्जन


प्रतिनिधि विश्वास के नाम नवादा: सोमवार की रात लगभग 12 बजे सिविल सर्जन नीता अग्रवाल अपनी टीम के साथ सदर अस्पताल पहुंच गई और सभी चीज को बारीकी से चेक करने लगा इसी दौरान सदर अस्पताल में ड्यूटी में तैनात सिक्योरिटी गार्ड की चेकिंग शुरू हुई तो सदर अस्पताल में ड्यूटी में तैनात 13 सिक्योरिटी गार्ड अपने ड्यूटी से गायब पाया गया। जिस पर सिविल सर्जन ने इसकी पूरी जांच शुरू कर दी इसके बाद और कई मामले सिक्योरिटी गार्ड से संबंधित खुलना शुरू हो गए। अस्पताल के सूत्रों से पता चला की सदर अस्पताल में लगभग 55 सिक्योरिटी गार्ड का तैनाती है जो अलग-अलग शिफ्ट में अपना ड्यूटी करता है। लेकिन नियमित रूप से चेकिंग नहीं होने के कारण यह लोग मनमानी तरीके से अपनी ड्यूटी करते भी हैं और नहीं भी करते हैं। मौके पर उपस्थित कुछ सिक्योरिटी गार्ड से सिविल सर्जन ने जब पूछताछ शुरू की तो सिक्योरिटी गार्ड के बात सुनकर सिविल सर्जन का भी होश उड़ गया था। ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि उसे महीने का 5 हजार रूपए दिया जाता है। सिक्योरिटी गार्ड के बात सुनने के बाद सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल प्रबंधक के द्वारा प्रत्येक गार्ड को लगभग 14 हजार रुपया प्रत्येक महीना वेतन के रूप में सिक्योरिटी गार्ड कंपनी को भुगतान किया जाता है। सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में बताया जाता है कि 22 से 23 सिक्योरिटी गार्ड ड्यूटी करते हैं। लेकिन जब भी हम लोग देखते हैं तो 12 से 13 सिक्योरिटी गार्ड ही हम लोगों को दिखता है। इसी को लेकर आज चेकिंग किया गया है और चेकिंग में यह बात सही पाया गया। कई ऐसे सिक्योरिटी गार्ड है जो ड्यूटी छोड़कर फरार रहते हैं। और कुछ ऐसे भी सिक्योरिटी गार्ड हैं जो बिना ड्यूटी किए हुए पैसा भी निकाल लेते हैं। सदर अस्पताल नवादा में एलिट फाल्कन सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के द्वारा यहां पर गार्ड उपलब्ध कराया जाता है। सिक्योरिटी गार्ड के वेतन कटौती के सवाल पर सिविल सर्जन ने कहा कि यह ड्यूटी करने वाले सिक्योरिटी गार्ड का हक मारा जा रहा है और यह कहीं ना कहीं बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रही हैं। अस्पताल परिसर में प्राइवेट एंबुलेंस को देखकर सिविल सर्जन आग बबूला हो गई और सिक्योरिटी गार्ड से लेकर अन्य कर्मियों को जमकर फटकार लगाया आधी रात में सिविल सर्जन के औचक निरीक्षण के बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया था।

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क्या कहते हैं सिक्योरिटी गार्ड 


सदर अस्पताल में स्थित सिविल सर्जन के चेंबर में तैनात सिक्योरिटी गार्ड दीपक कुमार और रंजू कुमारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 23 लोगों का ड्यूटी है लेकिन मात्र 12 लोग ही ड्यूटी में आए हैं। हम लोगों को जानकारी मिली है कि 14 हजार 500 रूपया मिलना चाहिए हम लोगों को 5 हजार रूपए नगद ही दी जाती है। लगभग 2 साल से सिक्योरिटी गार्ड का काम सदर अस्पताल में कर रहे हैं और सभी लोगों को कैश पेमेंट दिया जाता है लगभग 6 महीने का पैसा भी अभी बाकी है और हम लोग का आधा पेमेंट सीनियर लोग हड़प लेते हैं। लगभग 55 सिक्योरिटी गार्ड सदर अस्पताल में तैनात हैं। सभी को 5 हजार रूपए प्रतिमा कैश दिया जाता है।

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