फिजियोथेरेपी चिकित्सा दर्द व चोटों के उपचार में है सहायक

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फिजियोथेरेपी चिकित्सा दर्द व चोटों के उपचार में है सहायक



विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

लोगों को दी गई कई प्रकार की अहम जानकारियां 

प्रतिनिधि, विश्वास के नाम नवादा 

विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर शहर के पुरानी जेल रोड स्थित आदित्य फिजियोथेरेपी सेंटर में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को कई अहम जानकारियां दी गई। फिजियोथेरेपी सेंटर के संचालक शशि कुमार ने बताया कि इस साल विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का विषय कमर दर्द है। इस आयोजन का मूल उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी चिकित्सा विज्ञान का महत्वपूर्ण अंग है जो दर्द और चोटों के उपचार में सहायक है। यह शारीरिक क्षमता को बढ़ाने व चोटों से बचने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संचालक शशि ने कहा कि विश्व फिजियोथेरेपी दिवस (विश्व पीटी दिवस) एक वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम है जो 1996 से हर साल 8 सितंबर को मनाया जाता है। जो 1951 में विश्व फिजियोथेरेपी की स्थापना की तारीख का स्मरण कराता है। यह दिन सभी फिजियोथेरेपिस्टों और उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के प्रति श्रद्धांजलि है, जो रोगियों और स्वस्थ व्यक्तियों में बुनियादी से लेकर जटिल शारीरिक गतिविधियों में लक्षण-मुक्त गतिविधि के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करते हैं। उन्होंने फिजियोथेरेपी के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि हर कोई रोज़मर्रा की ज़िंदगी में यथासंभव स्वतंत्र रूप से काम करने की क्षमता को महत्व देता है। मरीज और फिटनेस के शौकीन आमतौर पर चोट, बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों के कारण होने वाले मूवमेंट विकारों से जुड़ी शारीरिक कमजोरियों के लिए फ़िज़िकल थेरेपी सेवाएं लेते हैं, जो उनके लिए जरूरी या महत्वपूर्ण किसी भी गतिविधि को करने या आगे बढ़ाने की उनकी क्षमता में बाधा डालती हैं। स्वास्थ्य सेवा द्वारा अपनाई जाने वाली अनेक प्रक्रियाओं में से, चिकित्सीय व्यायाम एक प्रमुख तत्व के रूप में अपना स्थान रखता है, जो किसी व्यक्ति के कार्य को सुधारने या बहाल करने या शिथिलता को रोकने के लिए बनाए गए कार्यक्रमों के केंद्र में होता है। यह अभियान पीड़ित लोगों की भलाई को लेकर जागरूकता के माध्यम से चलाने का उद्देश्य बस यही है कि सभी स्वस्थ और निरोग रहें। इस वर्ष 8 सितम्बर को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का फोकस एलबीपी (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) तथा इसकी रोकथाम और प्रबंधन में फिजियोथेरेपी की भूमिका पर है। कमर दर्द वैश्विक स्तर पर विकलांगता का प्रमुख कारण है। यह किसी भी उम्र में अनुभव किया जा सकता है और लगभग हर किसी को अपने जीवन में किसी न किसी समय इसका अनुभव होने की संभावना है। कमर दर्द का लगभग 90% गैर-विशिष्ट है, जिसका अर्थ है कि कोई विशिष्ट शारीरिक संरचना नहीं है जो इसका कारण हो सकती है। यह किसी गंभीर अंतर्निहित बीमारी के कारण भी नहीं है। पुनर्वास से लाभ उठाने वाली विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों में से, LBP से पीड़ित अधिकांश लोग पुनर्वास से लाभ उठा सकते हैं।

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