प्रतिनिधि, विश्वास के नाम रजौली :
अनुमंडल कार्यालय सभागार में सोमवार की दोपहर एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष के नेतृत्व में राष्ट्रीय पोषण माह के सफल संचालन के लिए प्रखंड स्तरीय अभिसरण कार्य योजना समन्वय समिति की बैठक की गई। जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई। एसडीओ ने बताया कि इस वर्ष पांचवें राष्ट्रीय पोषण माह का संचालन किया जा रहा है। समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पोषाहार दिया जा रहा है। साथ ही पोशाक योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं परवरिश योजना सहित अन्य योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
इसके बावजूद कुपोषण के कारण महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हो रही हैं। 15 से 19 वर्ष के आयुवर्ग में एनीमिया पीड़ितों की संख्या में सुधार देखने को मिल रहा है भारत के सभी राज्यों में कुपोषण में बिहार का स्थान सातवां है। वहीं वृद्धि निगरानी 42.7 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि पोषण के पांच सूत्र पौष्टिक आहार, एनीमिया की रोकथाम, डायरिया प्रबंधन, साफ-सफाई एवं स्वच्छता है। बच्चों, किशोरियों एवं माताओं के पोषण हेतु डायट चार्ट के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि कुपोषण हटाने के लिए समेकित बाल विकास परियोजना के पदाधिकारियों के सहयोग के लिए शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं जीविका को कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि कुपोषित माताओं के कारण बच्चे कुपोषित होंगे और कुपोषित बच्चों में मानसिक एवं शारीरिक विकास अवरुद्ध हो जाते हैं। कुपोषित बच्चे द्वारा क्षेत्र समेत राज्य व देश के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करने में काफी परेशानी हो सकती है। मौके पर रजौली बीडीओ संजीव झा, बीपीआरओ राजन कुमार, सिरदला पीएचसी प्रभारी डॉ. राजीव कुमार, सीडीपीओ सीता कुजूर समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
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