एसपी ने प्रेस वार्ता कर हत्याकांड का किया खुलासा
सात डिसमिल जमीन के लिए वारदात को दिया अंजाम
एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस व दो बाइक जब्त
प्रतिनिधि, विश्वास के नाम नवादा :
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कादिरगंज रोड में बीबीपुरा गांव के पास हुई महिला ममता देवी की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लोगों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव के स्व. भगवान सिंह का पुत्र राजेश प्रसाद, नगर थाना क्षेत्र के गोनावां के चंद्रशेखर सिंह का पुत्र मनोज सिंह व उसका भांजा गोनावां के सुधीर सिंह का पुत्र रौशन कुमार उर्फ चिरकुट शामिल हैं। उनके पास से एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस व दो बाइक बरामद किए गए हैं।
एसपी अम्बरीष राहुल ने रविवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हत्याकांड के बाबत सदर एसडीपीओ-02 सुनील कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गयी थी। जांच में तीनों की संलिप्तता पाई गई। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़ा गया राजेश मृतका का जेठ है। उसने ही हत्या की साजिश रची थी। साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में उसके दो साथी मनोज व उसके भांजे रौशन उर्फ चिरकुट ने साथ दिया और महिला की गोली मारकर हत्या कर दी। साजिश के तहत ही सुनसान रास्ता चुनकर वारदात को अंजाम दिया गया। गिरफ्तार राजेश अपनी भभू ममता कुमारी को लेकर अपने गांव के लिए निकला। रास्ते में बीबीपुरा के समीप उसने बाइक रोक दी। जहां पहले से मौजूद मनोज के साथ मिलकर ताबड़तोड़ गोलियों से ममता को भून दिया।
पुलिस को गुमराह करने का किया काम
मृतका के जेठ राजेश ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। घटना के बाद राजेश ने पुलिस को बताया कि दोनों बाइक से न्यू एरिया नवादा से निकलकर अपने गांव जा रहे थे। इसी बीच पीछे से आये एक चौपहिया वाहन पर सवार 6-7 बदमाशों ने ओवरटेक कर बाइक रोककर उसकी भभू को गोली मार दिया। जबकि वह वहां से जान बचाकर भाग निकला। उसने पुलिस को बताया कि 03 जुलाई को उसके भाई की हत्या मामले में कोर्ट में उसके भभू की गवाही होनी थी। जिसे लेकर ममता की हत्या कर दी गई है।
सात डिसमिल जमीन ही हत्या का कारण
पिछले कई सालों से चल रहा सात डिसमील जमीन का विवाद ही ममता की हत्या का कारण बना। इसके पूर्व उसके पति विवेकानंद व रिटायर क्लर्क उपेन्द्र सिंह की पूर्व में हत्या की जा चुकी है। जेल से जमानत पर कुछ आरोपितों के छूटने के बाद गांव में सामाजिक पहल के तहत समझौता हुआ था। जिसके तहत दोनों के बीच दुश्मनी समाप्त करने के लिए विवादित सात डिसिमिल जमीन ममता को रजिस्ट्री करने का निर्णय लिया गया। 29 जून 2024 को जमीन की रजिस्ट्री ममता के नाम कर दी गयी। परंतु यह राजेश को नागवार गुजरा।
तीनों का रहा है आपराधिक इतिहास
एसपी ने बताया कि तीनों का पूर्व से आपराधिक इतिहास है। रौशन उर्फ चिरकुट के विरुद्ध नगर थाने में दो मामले दर्ज हैं। जबकि मनोज सिंह के विरुद्ध आर्म्स एक्ट से जुड़ा मामला दर्ज है। जबकि जेठ राजेश प्रसाद के विरुद्ध डायन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज है।
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