गांव के बगीचे में बैठ महानगरों के पढ़े लिखे लोगो को ठगी का शिकार बना रहे पांच गिरफ्तार

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गांव के बगीचे में बैठ महानगरों के पढ़े लिखे लोगो को ठगी का शिकार बना रहे पांच गिरफ्तार


-बलबापर-चकवाय गांव में छापेमारी कर पुलिस ने पांच जालसाजों की किया गिरफ्तार


प्रतिनिधि विश्वास के नाम वारिसलीगंज:

पुलिस अधीक्षक नवादा के निर्देश पर वारिसलीगंज पुलिस की टीम ने थाना क्षेत्र के चकवाय पंचायत की बलबापर गांव के पूरब स्थित बगीचा में बैठ कर लोन दिलाने के नाम पर राशि ठगी करते पांच बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस संबंध की जानकारी पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी एवं थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने प्रेसवार्ता आयोजित कर दिया। गिरफ्तारी मंगलवार की दोपहर बाद हुई। 

बता दें की वारिसलीगंज समेत काशीचक एवं पकरीबरावां थाना क्षेत्र के युवाओं में पठन पाठन की जगह सायबर जालसाजी का धंधा ले रखा है। हो भी क्यों नहीं बिना परिश्रम के चंद दिनों में लखपति-करोड़पति बनने की प्रेरणा से क्षेत्र के युवाओ में जालसाजी के प्रति जबरदस्त जुड़ाव हुआ है। फलतः क्षेत्र में धंधा अमरवेल की तरह पनप रहा है। पुलिस छापेमारी के बाबजूद थाना क्षेत्र के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रो में ठगी का धंधा काफी तेजी से फैल रहा है। इस कड़ी में मंगलवार को स्थानीय पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर चकवाय पंचायत की बलबापर गांव से पूरब बधार स्थित बगीचा में बैठकर ठगी के धंधे में लिप्त पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि दर्जनभर से अधिक जालसाज भाग निकलने में सफल रहा। पुलिस ने भाग निकले बदमाशो को चिन्हित कर प्राथमिकी करने में जुटी है।  प्रेसवार्ता के दौरान पकरीबरावां के एसडीपीओ महेश चौधरी एवं थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार  पुलिसकर्मियों की छापेमारी टीम गठित कर मंगलवार को दोपकर बाद चकवाय पंचायत की बलबापर गांव से पूरब बधार स्थित बगीचे में छापेमारी की गई। इस क्रम में बलवापर ग्रामीण रमेश शर्मा का पुत्र पंकज कुमार, बोतल राम का पुत्र रोहित कुमार, दिलीप प्रसाद का पुत्र रोहित कुमार, ललन राम का पुत्र राजपाल कुमार तथा बोतल राम का ही दूसरा पुत्र राहुल कुमार को विभिन्न कंपनियों से लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते गिरफ्तार कर थाना लाया गया। जबकि दर्जनभर से अधिक ठग भाग निकलने में सफल रहा। गिरफ्तार जालसाजों के पास से ठगी में प्रयुक्त आठ एंड्रॉयड फोन, एक कीपैड मोबाईल एवं 25 पेज का कस्टमर डेटावेस बरामद किया गया है। पुलिस गिफ्त में आये जालसाजों ने ठगी के विभिन्न तरीकों के बारे में पुलिस पूछताछ में जानकारी दिया। जिसमें प्रमुख रूप से बजाज फाइनेंस, धनी फाइनेंस समेत अन्य कंपनियों से सस्ते एवं सुलभ तरीके से लोन दिलवाने के झांसा देकर राशि ठगने की बात की जानकारी दिया। गिरफ्तार बदमाशो के विरुद्ध पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर सभी को व्यवहार न्यायालय नवादा भेज दिया है। जबकि छापेमारी के दौरान भागे बदमाशों को पुलिस बेसब्री से तलाश में जुटी है।

जानकारी हो कि नालंदा जिले के कतरीसराय की सीमा से सटे नवादा के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के गांवो में दो दशक पहले सफेद दाग की दवा देने के नाम से ठगी का धंधा शुरू हुआ था। जो समयांतराल अमरबेल की भांति सम्पूर्ण जिले में फैल चुकी हैं। इस ठगी रूपी पाठशाला में जालसाजी का पाठ पढ़कर अब तक क्षेत्र के सैकड़ो युवा जेलयात्रा कर चुके हैं। वही क्षेत्र में ठगी का कारोबार फैलने से अन्य युवाओ के पठन पाठन पर बुरा असर पड़ रहा है। जबकि सैकड़ो युवा ठगी के पैसे से लखपति एवं कुछ करोड़पति बन चुके हैं।

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