मुख्य प्रतिनिधि विश्वास के नाम
नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में बड़ी राहत मिली है। उन्हें शुक्रवार को जेल से रिहा किया गया, जिसके बाद वो सबसे पहले माता-पिता से मिले। पांच महीने जेल में रहने के बाद बाहर आए सोरेन ने शुभचिंतकों का आभार जताते हुए कहा कि न्याय मिलने में वक्त बहुत लग जाता है। कंसल्टेंसी रची और मुझे सलाखों के पीछे रखा गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल में हैं, मंत्री भी जेल जा रहे हैं और न्याय के लिए महीनों नहीं बल्कि सालों लग जाते हैं।
गौरतलब है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मामले में हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अदालत से जमानत मिलने के बाद शुक्रवार को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है। हेमंत सोरेन पांच माह बाद आज शाम 4 बजे जेल से बाहर निकले हैं। यहां बतलाते चलें कि पूर्व सीएम सोरेन की जमानत याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट ने 13 जून को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय और बचाव पक्ष की ओर से बहस पूरी होने के बाद फैसले को सुरक्षित रख लिया था।
शुभचिंतकों के प्रति जताया आभार
जेल से रिहा होने के बाद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सभी शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त किया। यहां वो भावुक हो कहते दिखे, कि जब मैं जेल में बंद था तो कहते हैं कि झारखंड के लोगों के लिए 5 महीने बहुत कठिन गुजरे थे। आप सभी जानते हैं कि मैं जेल क्यों गया। उन्होंने कहा कि आखिरकार अदालत ने अपना फैसला सुना ही दिया। मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे चिंता इस बात की है कि जिस प्रकार से राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक और पत्रकार की आवाज का गला घोंटा गया है, वह वास्तव में चिंताजनक बात है। उन्होंने रिहाई पर कहा कि न्याय मिलने में वक्त बहुत लग जाता है। यहां अभी दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल में हैं, मंत्री जेल जा रहे और न्याय के लिए महीनों नहीं बल्कि सालों लग जाते हैं। इस पर भी उन्होंने चिंता जाहिर की।
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