नालन्दा प्रतिनिधि विश्वास के नाम
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जिला शिक्षा विभाग से संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई ।
समीक्षा के क्रम में निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों,शिक्षकों एवं कर्मियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित की जाए ।
नामित निरक्षी पदाधिकारी/कर्मी द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड करना सुनिश्चित करेंगे ।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों के नियमित अनुश्रवण का मूल उद्देश्य यह है कि प्रत्येक सरकारी विद्यालय का संचालन निर्धारित मानक के अनुरूप हो रहा है अथवा नहीं ।
यदि विद्यालय संचालन में किसी प्रकार की कमी अथवा कठिनाई है तो अनुश्रवण के माध्यम से उसे ठीक कराया जा सके, ताकि अध्यनरत बच्चों के लिए विद्यालय में उचित शैक्षणिक वातावरण का निर्माण कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराया जा सके ।
इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु विद्यालय अनुश्रवण व्यवस्था को और प्रभावी एवं सशक्त बनाने की आवश्यकता है, जिसके तहत शिक्षकों एवं बच्चों की उपस्थित आधारभूत संरचना के साथ ही एकेडमिक एक्टिविटी तथा वर्ग कक्षा संचालन इत्यादि का भी सघन अनुश्रवण किया जा सके ।
इस अनुश्रवण व्यवस्था से जहां एक तरफ विद्यालय में कराए जा रहे हैं विकास कार्य एवं शैक्षिक परिवेश में सुधार परिलक्षित होंगे, वहीं दूसरे तरफ सरकारी विद्यालयों के प्रति अभिभावक एवं बच्चों में आकर्षण भी बढ़ेगा।
अनुश्रवण के दौरान देखे जाने वाले मुख्य निम्न बिंदु:-
आधारभूत संरचना यथा विद्यालय में शिक्षक एवं बच्चों की संख्या के अनुरूप वर्ग कक्षा की उपलब्धता,विद्यालय भवन में रंग रोगन का अवलोकन,विद्यालय में निर्माणाधीन असैनिक कार्य की प्रगति एवं गुणवत्ता,विद्यालय में किचन सेड, गैस चूल्हा एवं थाली की उपलब्धता,
छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की उपलब्धता,पेयजल की सुविधा ,गुणवत्तापूर्ण बेंच डेस्क की उपलब्धता,प्रयोगशाला की उपलब्धता ,पुस्तकालय का बच्चों द्वारा नियमित उपयोग करने ,आईसीटी लैब की उपलब्धता ,विद्यालय परिसर में चाहदिवारी की उपलब्धता,बिजली कनेक्शन एवं मीटर की उपलब्धता ,वर्ग कक्षा में पंखा ,ट्यूबलाइट एवं बल्ब की उपलब्धता ,खेल मैदान की उपलब्धता ,खेल सामग्री की उपलब्धता एवं बच्चों द्वारा उसके उपयोग की स्थिति,सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन उपलब्धता,विद्यालय परिसर की स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण की स्थिति ,कक्षा वार विद्यार्थियों का नामांकन एवं वास्तविक स्थिति,प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की उपस्थिति,समय सारणी के अनुसार वर्ग कक्ष संचालित हो रहा है या नहीं,विद्यालय में अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन की स्थिति,शारीरिक शिक्षक संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक ,ललित कला शिक्षक द्वारा उनसे संबंधित गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है या नहीं आदि।
जिलाधिकारी महोदय ने शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा पदाधिकारी को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हालत में सेवांत लाभ,वेतन आदि लंबित न रखें ।
निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर शिक्षा से जुड़े सभी कार्य ससमय पूर्ण करना सुनिश्चित करेंगे, लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी ,सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सभी अभियंता आदि उपस्थित थे।
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