स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्स-रे मशीन खराब, जिले के छह पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा नदारद

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स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्स-रे मशीन खराब, जिले के छह पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा नदारद

 


-प्राइवेट एक्स-रे वालों की कट रही है चांदी

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) 

जिले के  कई पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा नहीं है, इस कारण गोविंदपुर, अकबरपुर, सिरदला, मेसकौर, कौआकोल और रोह प्रखंड के मरीजों को एक्स-रे के लिए सदर अस्पताल रेफर करना पड़ रहा है।

जिले में 14 प्रखंड है। इसमें मात्र आठ पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा है। बाकी के छह पीएचसी में एक्स-रे के लिए मरीजों को सदर अस्पताल जाना पड़ता है। सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे मशीन नहीं होने के कारण निजी क्लिनिक वालों की चांदी कट रही है। 

जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे कराने के लिए मरीजों को नवादा आना पड़ता है, या निजी क्लिनिक में जाना पड़ता है। प्राइवेट जांच घरों में जांच के लिए मरीजों को अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ता है। मालूम हो कि एक तरफ प्रदेश की सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए काफी बदलाव किया है। सदर अस्पताल में एक्स-रे, अल्ट्रासॉउंड की सुविधा मरीजों को मिल रहा है। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे तक के लिए जरूरतमंद मरीजों को निजी क्लिनिक में जाना पड़ता है। रख-रखाव नहीं होने के कारण कुछ अस्पतालों में सेवा बाधित:- सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के कारण मरीजों को निजी एक्स-रे घर में जाकर एक्स-रे कराना पड़ता है जहां 250 से 300 रुपये तक राशि चुकानी पड़ती है।

बताते चलें कि जिले में सदर अस्पताल के अलावा एक अनुमंडलीय अस्पताल सहित छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्सरे की सुविधा है। शेष छह प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों पर यह सुविधा नदारद है। पहले गोविंदपुर, कौआकोल, सिरदला, मेसकौर इन चार प्रखंडों में सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में संचालित एक्स-रे खराब हो जाने के कारण बंद कर दिया गया तथा अकबरपुर और रोह ये दो प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे की सुविधा ही नहीं है।उसके बाद सरकारी स्तर पर केवल चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे चालू है और पीपीपी मोड में रजौली, वारिसलीगंज, काशीचक के अलावा नवादा सदर पांच स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्सरे चालू है, जबकि कई स्वास्थ्य केंद्र में आज तक न तो सरकारी स्तर पर और न ही वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध करायी गयी। सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग के तहत एक्स-रे संचालित है। एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के कारण इलाज के दौरान जब एक्स-रे करने के लिए डॉक्टर द्वारा सलाह दिया जाता है, तो ऐसी स्थिति में परिजनों को परेशानी होती है, क्योंकि मरीज के साथ निजी एक्स-रे में जाना पड़ता है, जहां गरीबों असहाय लोगों को कोई रियायत नहीं की जाती है।

इन प्रखंडों में सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे की है व्यवस्था:- सदर अस्पताल, वारिसलीगंज, रजौली, काशीचक, पकरीबरावां, नरहट, नारदीगंज और हिसुआ इन जगहों पर नहीं है एक्स-रे की व्यवस्था:- गोविंदपुर, मेसकौर, सिरदला, कौआकोल, रोह व अकबरपुर 

कहते हैं सिविल सर्जन:- अचार संहिता लगने से पहले मैंने इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दिया था और अभी आचार संहिता लागू होने के कारण कुछ नहीं कर सकता हूं। चुनाव खत्म होते ही इन सभी का विकल्प निकाल लिया जायेगा। 

-डॉ राम कुमार, सिविल सर्जन, सदर अस्पताल नवादा :

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