नालंदा प्रतिनिधि विश्वास के नाम
एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित करने शुक्रवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर हिलसा प्रखंड के चिकसौरा हाई स्कूल के मैदान पहुँचे। जहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ता अपने नेता को सुनने पहुंचे थे।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने कहा कि आज आपलोगों के बीच आया हूँ, आप सभी लोग जानते हैं कि आज देश के अंदर पांच चरणों का मतदान हो चुका है और इन पांच चरणों के मतदान में एक बात है कि हमारे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 4 जून के बाद तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। इसमें कोई संका है।
जब हमारे प्रधानमंत्री का प्रधानमंत्री बनना तय है तब यह जिम्मेदारी हम सब की बनती है। कि हम सब एक ऐसे प्रत्याशी को चुनकर भेजे जो भारत की संसद में जाकर आप सबका प्रतिनिधित्व करें। आपका प्रतिनिधित्व जो करें वह एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो प्रधानमंत्री जी के बगल में बैठ कर आप लोगों की समस्या का समाधान कर सकें।
आज हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम किया है। आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत है। हमारे प्रधानमंत्री ने हर वर्ग हर व्यक्ति का ध्यान रखने का काम किया है। हमारे प्रधानमंत्री जी ने गांव में महिला के सम्मान को लेकर शौचालय बनाने का काम किया, उज्ज्वला योजना देने का काम किया, आयुष्मान योजना देने का काम किया जिसके अंतर्गत 5 लाख तक मुफ्त इलाज कराया जा रहा है। आज 81 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है। गरीब कल्याण योजना के माध्यम से हर गरीब व्यक्ति को मुख्य धारा के साथ जोड़ने का काम किया है उन्होंने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने का काम किया है।
दूसरी तरफ विपक्ष कांग्रेस,राजद के लोग नहीं चाहते कि हम लोग गरीबी रेखा से आगे निकले, ये वही लोग हैं जो 90 की दशक में लाठी में तेल पिलाकर हम लोगों के ऊपर अत्याचार करने का काम किया है। ये वही लोग हैं जो नौकरी देने के नाम पर जमीन छीनने का काम करते हैं। और आज ये लोग आप लोगों के बीच इसी सोच के साथ आ रहे हैं। अगर विपक्ष जीता तो कांग्रेस अपने घटक दलों के साथ एक कानून बनाने वाली है जो कानून आपके जमीनों को हड़प लेगी। ये लोग भ्रम फैलाने में लगे हुए हैं कभी ये लोग संविधान का खतरा है, कभी लोकतंत्र की हत्या हो रही है, कभी आरक्षण खत्म कर देंगे। जैसी बातें करते हैं। जबकि 1975 में इन लोगों ने देश में इमरजेंसी लगाकर सही मायनों में लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है।
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