35 करोड़ के 'नौकर' की जांच अब कहां पहुंची? ED ने मारी मंत्रालय पर रेड, क्या है पूरा मामला

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35 करोड़ के 'नौकर' की जांच अब कहां पहुंची? ED ने मारी मंत्रालय पर रेड, क्या है पूरा मामला

 


झारखंड के मंत्री एवं कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम के घर से मिले करीब 35 करोड़ रुपए की आंच राज्य के मंत्रालय तक जा पहुंची है. यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को  ग्रामीण विकास मंत्रालय पर छापा मारा. जांच अधिकारी अपने साथ आरोपी संजीव लाल को लेकर प्रोजेक्ट भवन पहुंचे, जहां ग्रामीण विकास मंत्रालय है.

दो दिन पहले ही ईडी ने छापेमारी के दौरान संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर और दूसरे ठिकानों से 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद की थी. ईडी ने यह भी दावा किया कि मंत्री के ग्रामीण विकास विभाग के शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी कथित अवैध नकद भुगतान सांठगांठ में शामिल थे.

केंद्रीय जांच एजेंसी ने यहां एक फ्लैट में तलाशी लेने के बाद 6 मई को संजीव कुमार लाल (52) और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को गिरफ्तार किया. तलाशी के दौरान उस फ्लैट से 32.20 करोड़ रुपये जब्त किया गया, जहां आलम रहा करता था.

ग्रामीण विकास मंत्री एवं कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के सचिव लाल और जहांगीर आलम को यहां न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें छह दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया. ग्रामीण विकास विभाग से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत ईडी द्वारा यह जब्ती की गई.

ईडी के मामले में कुल नकदी के रूप में लगभग 36.75 करोड़ रुपये की जब्ती की गई क्योंकि एजेंसी ने करीब तीन करोड़ रुपए अन्य स्थान से जब्त किये हैं जिसमें लाल के घर से जब्त किये गए 10.05 लाख रुपये भी शामिल है. 7 मई को एक ठेकेदार के परिसर से भी डेढ़ करोड़ रुपए जब्त किए गए.हालांकि, आलमगीर आलम (70) ने लाल की गतिविधियों से अपनी दूरी बना ली है. 6 मई को संवाददाताओं से बात करते हुए मंत्री ने कहा था कि लाल ने पूर्व में राज्य सरकार के दो मंत्रियों के साथ काम किया था. एजेंसी ने कहा कि वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनीतिक नेताओं के नाम मामले में उभर कर सामने आए हैं और इसकी जांच की जा रही है.


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