हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गोलीकांड सामने आया है. तीन इस गोलीकांड में तीन लोग घायल हो गए हैं. फिलहाल, आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है. मामला शिमला से 40 किमी दूर मतियाना का है. ठियोग पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह शिमला के ठियोग उपमंडल के तहत मतियाना में एक शख्स ने तीन लोगों को गोली मार दी. दो घायलों को सिविल अस्पताल ठियोग में इलाज के बाद शिमला के आईजीएमसी रेफर किया गया है. वहीं, तीसरा घायल शख्स का इलाज ठियोग अस्पताल में चल रहा है. बताया जा रहा है कि यह जमीन से जुड़ा विवाद है, जिसमें गोलियां चली हैं.
पुलिस के अनुसार, मतियाना के चमरौथ के शड़ी गांव में दो परिवारों में जमीनी विवाद चल रहा है. इस दौरान बुधवार को ध्यान सिंह नाम के व्यक्ति ने तीन लोगों को गोली मार दी. ये गोलियां पांव और टांग में लगी हैं. संदीप चंदेल, लाल चंद और शुभम ठाकुर को गोलियां मारी गई थीं. बताया जा रहा है कि ध्यान सिंह और उसके भाई का परिवार अलग-अलग रहता है और दोनों परिवारों में काफी समय से विवाद चल रहा है.
बुधवार सुबह 10 बजे के करीब दोनों परिवार फिर से उलझ गए और ध्यान सिंह ने बंदूक से फायरिंग कर दी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों परिवार, ग्रामीणों से पूछताछ की. उधर, आचार संहिता के दौरान गोलीकांड के चलते शिमला पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं.
धर्मशाला से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने मामले में शिमला एसपी पर सवाल उठाए हैं. सुधीर ने ट्वीटर पर लिखा कि एसपी शिमला जासूस कर्मचन्द बनने के बजाये अगर अपने काम पर ध्यान देते तो, ना गोलियां चलतीं न लोग घायल होते. आचार संहिता लागू है, हथियार जमा नहीं हैं. गोलियां चल रही हैं और जनता दहशत में है और पुलिस विधायकों के साथ FIR – FIR खेल रही है. वाह रे, व्यवस्था परिवर्तन.
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