सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि 2019 के आम चुनावों के दौरान कई संसदीय क्षेत्रों में ईवीएम से गिने गए कुल वोटों की संख्या वोटर्ट से ज्यादा थी. इस बीच चुनाव आयोग (ECI) ने इसको लेकर प्रतिक्रिया दी. आयोग ने इन खबरों को खारिज कर दिया और इन्हें फर्जी बताया.
चुनाव आयोग ने ट्वीट करते हुए कहा, "चुनाव आयोग के पत्र के हवाले से एक झूठा दावा किया जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव में 373 संसदीय क्षेत्रों में कुल मतदाताओं और ईवीएम में डाले गए वोटों के बीच अंतर था. इस तरह के दावे भ्रामक, फर्जी और निराधार हैं. इलेक्शन कमीशन ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है."
एक अन्य पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि 2019 के दौरान वाराणसी सीट पर मतदाताओं और EVM में डाले गए वोटों की संख्या अलग थी. इस पर भी चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया दी है. आयोग ने कहा कि यह दावा भ्रामक और फर्जी है. वाराणसी कुल 18,56,791 मतदाता थे और ईवीएम में डाले गए और गिने गए कुल वोट की संख्या 10,58,744 थी. इसके अलावा 2085 लोगों ने बैलट पेपर से वोट दिया था.
पहले भी वायरल हुई थी फर्जी पोस्ट
इससे पहले भी सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ था. इसमें दावा किया गया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में जो मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करेंगे, चुनाव आयोग उनके बैंक खातों से 350 रुपये काट लेगा. अगर आपका अकाउंट नहीं है तो आपके मोबाइल से पैसे काट लिए जाएंगे. इसके लिए मिनिमम 350 रुपये का रिचार्ज कराना होगा, इससे कम रकम से फोन रिचार्ज ही नहीं होगा.
इसके अलावा सोशल मैसेजिंग साइट वॉट्सऐप पर एक मैसेज सर्कुलेट हुआ था. जिसमें दावा किया गया था कि इस बार कोई सरकारी कर्मचारी पोस्टल बैलेट के जरिए वोट नहीं डाल पाएगा. हालांकि, चुनाव आयोग ने इन सभी का खंडन किया और इनको फर्जी और भ्रामक बताया था.
19 अप्रैल को होगी वोटिंग
देशभर की 543 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा. दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे फेज के लिए 7 मई और चौथे चरण के लिए 13 मई को वोटिंग होगी. वहीं, पांचवें फेज के लिए 20 मई, छठे चरण के लिए 25 और सांतवें चरण के लिए 1 जून को वोटिंग होगी. चार जून 2024 को आम चुनाव के नतीजों का ऐलान को किया जाएगा.
Post a Comment