नवादा( रवीन्द्र नाथ भैया)
जेडीयू के प्रदेश सचिव सह राजगीर विधानसभा जदयू चुनाव प्रभारी व जिले के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पिंकी भारती ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दी थी। तब उन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला था।
अटकलों का बाजार गर्म था। अब पिंकी भारती ने सोमवार को गया रजौली मुख्य मार्ग एसएच 70 किनारे अवस्थित अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि वह अपने नैतिक मूल्यों की रक्षा के लिए पार्टी पद के साथ-साथ प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी है। उन्होंने कहा, "मैंने जेडीयू छोड़ दी है और इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। जहां तक भविष्य या फिर अगले कदम का सवाल है, यह कुछ दिनों में पता चल जाएगा।
"बता दें कि यह घटनाक्रम चुनाव से ठीक पहले सोमवार को आया है।कयास लगाया जा रहा है कि मंगलवार को सिरदला प्रखंड के विशाल जर्रा बाबा के ऐतिहासिक मैदान में तेजस्वी यादव के चुनावी सभा के दौरान राजद का दामन थाम मंच साझा कर सकती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पिंकी भारती ने स्पष्ट रूप से बताया कि इस्तीफा के बाद वे अपने जनता मालिको और समर्थकों के बीच गयी। जनता मालिकों की भावना के रूप में खतरे में पड़े संविधान और लोकतंन्त्र बचाने का दिखा जो आज देश की भावना बनी है।
ऐसी विकट परिस्थिति में बिहार का एकमात्र पार्टी है और वो है राष्ट्रीय जनता दल। राजद ही एक ऐसी पार्टी है जिसने बिना झुके मजबूती के साथ लोकतंन्त्र और संविधान को बचाने में जुटी हुई है।राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और युवा नेता तेजस्वी यादव के विचारों से प्रेरित होकर राजद का दामन थामने का निर्णय लिया है।
जदयू छोड़ने के सवाल पर उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में हुए राजनीतिक उठा पटक में नेतृत्व कर्ता पार्टी जदयू के ऊपर भाजपा हावी रहा है। सीट बंटवारे से लेकर पार्टी के हर निर्णय में बढ़ते हस्तक्षेप की वजह से जदयू पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देना बताया।
बता दें कि पिंकी भारती वर्ष 2011 में पंचायत चुनाव से राजनीतिक सफर की शुरुआत की, जहां सिरदला प्रखंड प्रमुख के रूप में क्षेत्र में अपनी दमदार पहचान बनाई। वर्ष 2016 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पार्षद निर्वाचित होकर जिला परिषद अध्यक्ष तक का सफर किया। पिंकी भारती की बढ़ती लोकप्रियता से जदयू पार्टी में भी कद बढ़ता गया और ऊंचे ऊंचे ओहदे तक पहुची।इस्तीफा से पूर्व भारती जदयू प्रदेश सचिव के अलावे पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर नालंदा जिला के राजगीर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव प्रभारी बनाया। ऐसे में चुनाव से ठीक पहले जदयू पार्टी से त्यागपत्र देना जदयू के लिए भारी नुकसान साबित कर सकती है।
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