नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के काशीचक व गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में हुई अग्निकांड की घटना में खेतों में लगी फसल का व्यापक पैमाने पर क्षति पहुँची है।ऐसा होने से न केवल श्रम व पूंजी की क्षति हुई बल्कि मनुष्यों के साथ पशुओं का निवाला भी छीन गया।
काशीचक प्रखंड क्षेत्र के डेढगांव निवासी मसूदन ठाकुर के घर में अचानक आग लग गयी। तेज पछुआ हवा के कारण आग ने चंद मिनटों में रौद्र रूप धारण कर लिया। इससे छप्पर समेत घर में रखा गल्ला, कपड़ा, नकदी समेत अन्य जरुरत का सामान जलकर राख हो गया। मौके पर रहे उत्साही युवकों ने सक्रियता दिखाते हुए सबमर्सिबल पम्प की सहायता से आग पर काबू पाया, अन्यथा पूरा गांव आग की चपेट में आ जाता।
बताया गया कि पीड़ित मसूदन ठाकुर के घर बेटी की बारात आनी थी जिसके लिये भोजन पकाने से लेकर विधी-विधान का दौर चल रहा था। इसी बीच घर के छप्पर से धुआं निकलते दिखाई दिया। आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
घटना की जानकारी पाकर पहुंचे ग्राम पंचायत खखरी के मुखिया प्रमोद कुमार और प्रखंड प्रमुख पंकज कुमार ने पीड़ित मसूदन ठाकुर से मिलकर ढाढस बंधाया और आर्थिक सहायता दी। प्रखंड के बेलर गांव स्थित बधार में आग लग गयी। इससे अरुण सिंह, नरेंद्र सिंह, श्यामसुन्दर सिंह, शंकर कुमार व वीरेंद्र सिंह के बागीचे में लगा दर्जनों पेड़ आम झुलस कर नष्ट हो गया।
शुम्भाडीह गांव के बधार में आग लग गयी, जिससे कई बीघा जमीन में खड़ी गेंहूं की फसल जलकर नष्ट हो गयी। जानकारी पाकर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और अग्निशमन वाहन मंगवाकर आग बुझाने में ग्रामीणों का सहयोग किया।
सुभानपुर और हनुमानबीघा गांव के बधार में आग लग गयी, जिससे कई बीघा खेत में खड़ी फसलें जलकर नष्ट हो गयी।
इस बाबत अंचल अधिकारी दिव्यांशु कुमार शाह ने बताया कि राजस्व कर्मचारी को भेजकर उक्त पांचों गांवों में आग से हुई क्षति का आकलन किया जायगा, ताकि आपदा प्रबंधन विभाग को प्रतिवेदन भेजा जा सके।
दूसरी ओर उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के सरकंडा गांव में कृष्णा के गेहूं खेत में हुई अग्निकांड की घटना में हजारों का फसल जलकर खाक हो गया।
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