Foreign Desk, New Delhi. अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में वापसी करने वाले हैं. ट्रंप ने अभी कुर्सी संभाली भी नहीं है और ईरान को अपने बुरे भविष्य की फिक्र सताने लगी है. जैसे ही चुनाव नतीजों का झुकाव ट्रंप की तरफ हुआ, वैसे ही ईरान की करेंसी अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी. जिसके बाद ईरान ने ट्रंप से उसके प्रति सख्त रुख में बदलाव करने की मांग करना शुरू कर दिया है.
ईरान ने डोनाल्ड ट्रंप की तरफ दोस्ती के लिए हाथ बढ़ाया है. ईरान के स्ट्रेटेजिक अफेयर के उपाध्यक्ष मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने डोनाल्ड ट्रंप से अपील की कि वे अपने पहले कार्यकाल के दौरान ईरान के खिलाफ अपनाई गई अधिकतम दबाव की नीति का पुनर्मूल्यांकन करें. जरीफ ने मीडिया से कहा, “ट्रंप को यह दिखाना चाहिए कि वे अतीत की गलत नीतियों का पालन नहीं कर रहे हैं.”
ट्रंप की हत्या की साजिश के पीछे ईरान
ये अपील ऐसे समय में की गई है जब वाशिंगटन ने तेहरान पर ट्रंप हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है. अमेरिकी अधिकारियों ने एक अफगान मूल के नागरिक को ट्रंप की हत्या की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार किया है, जिसमें आरोप है कि उसके पीछे ईरान था.
ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने ईरान पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए थे और IRGC चीफ कासिम सुलेमानी की भी बगदाद में अमेरिका ने हत्या करवाई थी. उसके बाद से ईरान ने कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की कसम खाई है.
इजराइल में जश्न, ईरान में चिंता
ट्रंप की जीत के बाद से ही इजराइल में खुशी की लहर है. इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप को बधाई देते हुए उनकी जीत को ऐतिहासिक जीत करार दिया था. वहीं ईरान की मार्केट में ट्रंप की जीत के बाद से ही गिरावट देखी गई है. ईरान के कारोबारियों को डर है कि ट्रंप सत्ता में वापसी करने के बाद जंग में इजराइल का खुले तौर पर साथ दे सकते हैं और ईरान के ऊपर और कड़े प्रतिबंध लागू कर सकते हैं.
आइये, बिहार में बिज़नेस करें, बिहार को सशक्त करें। जुड़ें विश्वास के नाम के साथ व्हाट्सप्प ग्रुप पर (Click to join): https://chat.whatsapp.com/ErmCLik9G3n15yXefnopW8
Post a Comment