पत्नी से परेशान फॉरेस्टर सुसाइड नोट छोड़ लापता, दुर्गापुर में मिले

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पत्नी से परेशान फॉरेस्टर सुसाइड नोट छोड़ लापता, दुर्गापुर में मिले


 

नवादा जिले के अकबरपुर में हैं पदस्थापित

गया जिले के गया शहर के गेवाल बिगहा के हैं निवासी

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में रिश्तेदार के घर मिले फॉरेस्टर

प्रतिनिधि, विश्वास के नाम नवादा

पत्नी से परेशान फॉरेस्टर अरविंद रजक सुसाइड नोट छोड़ कर लापता हो गए। इसकी जानकारी मिलते अधिकारी सन्न रह गए। हालांकि कई घंटों की तलाश के दौरान उनके पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक रिश्तेदार के घर होने की जानकारी मिली। जिसके बाद अधिकारियों व पुलिस ने राहत की सांस ली। फॉरेस्टर मूलतः गया जिले के गया शहर के गेवाल बिगहा के रहने वाले हैं। उनकी पदस्थापना नवादा जिले के अकबरपुर वन प्रक्षेत्र में है और गोविंदपुर प्रखंड के ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे थे। अकबरपुर स्थित वन विभाग के आवासीय परिसर स्थित कमरे से सुसाइड नोट मिला है। बताया जाता है कि मंगलवार की रात 9 बजे तक ककोलत में ड्यूटी करने के बाद वे तकरीबन 9:30 बजे अकबरपुर स्थित अपने कमरे में पहुंचे। उनके बगल के कमरे में रहने वाले वन रक्षी सुभाष की नजर उनपर पड़ी थी। अगले दिन बुधवार की सुबह फॉरेस्टर पर नजर नहीं पड़ी तो वन रक्षी उन्हें खोजने लगे। उनकी मोबाइल पर कॉल किया। तब उनके कमरे से मोबाइल के रिंग होने की आवाज आई। तब वन रक्षी उन्हें खोजते हुए उनके कमरे के अंदर गए। तभी उनकी नजर सुसाइड नोट पर पड़ी। जिसे पढ़ने के बाद वे हतप्रभ रह गए और तत्काल इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी। सुसाइड नोट छोड़ फॉरेस्टर के गायब होने की खबर मिलते ही विभागीय अधिकारी सन्न पड़ गए। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। 


अवैध सम्बंध की शंका पर परेशान कर रही थी पत्नी

पत्नी अपने फॉरेस्टर पति पर अवैध सम्बंध को लेकर शंका करती थी। जिससे वे परेशान थे। कमरे में मिले सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया गया है। उन्होंने लिखा है कि उनकी पत्नी बार बार बोलती है कि उनका किसी के साथ अफ़ेयर चल रहा है, जबकि वैसा कुछ भी नहीं है। इस बात को लेकर वह अक्सर परेशान कर रही है। उसे मुझ पर (फॉरेस्टर) भरोसा नहीं है। इसलिए सबकुछ छोड़ कर जा रहा हूं। उन्होंने नोट में यह भी लिखा है कि मुझे खोजने की कोशिश मत करना। शायद मैं इस दुनिया में न रहूं। साथ ही यह भी लिखा है कि जो हो रहा है, उसका कोई जिम्मेवार नहीं है। 


वाट्सएप स्टेट्स भी किया था अपडेट

मंगलवार को तकरीबन 4:52 बजे फॉरेस्टर अरविंद रजक ने अपने वाट्सएप स्टेट्स को अपडेट किया था। जिसमें उन्होंने अपनी तस्वीर लगाई थी और लिखा था कि जिंदगी से परेशान हो गया हूं, समझ में नहीं आ रहा क्या करूं। हालांकि उनके स्टेट्स को सामान्य तरीके से लिया गया। लोगों को यह नहीं लगा कि वे (फॉरेस्टर) कोई कदम उठाने वाले हैं। अगले दिन सुबह 8 बजे उनके गायब होने और सुसाइड नोट मिलने की बात सामने आई तो लोग भौंचक रह गए। 


पुलिस ने खंगाला रेल, पहाड़ और जंगल

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और खोजबीन में जुट गई। ककोलत कुंड के ऊपर जंगली इलाके, कोल महादेव डैम, केजी रेलखंड सहित उनके उठने-बैठने के  सम्भावित ठिकानों पर तलाश की गई। वन विभाग की टीम, रजौली एसडीपीओ गुलशन कुमार सहित अकबरपुर व थाली थाना की पुलिस लापता फॉरेस्टर की तलाश में जुटी रही। लेकिन किसी तरह का सुराग नहीं मिला। दिनभर पुलिस इधर उधर खोजबीन करती रही। अधिकारी भी परेशान दिखे। इधर, फॉरेस्टर के लापता होने की जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारी हैरान रह गए। डीएफओ संजीव रंजन ने फॉरेस्टर के गायब होने की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। साथ ही अपील किया कि कोई जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों को सूचित करें।


दुर्गापुर में रिश्तेदार के घर होने की सूचना पर मिली राहत

इधर, परिजन भी लगातार उनकी तलाश कर रहे थे। रिश्तेदारों से संपर्क किया जा रहा था। इस बीच परिजनों को सूचना मिली कि फॉरेस्टर दुर्गापुर स्थित एक रिश्तेदार के घर में हैं। जिसके बाद परिजनों के साथ ही वन विभाग के अधिकारियों व पुलिस ने राहत की सांस ली। मिल रही जानकारी के अनुसार, परिजन उनसे संपर्क करने दुर्गापुर के लिए रवाना हो गए हैं।

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