गंभीर रूप से बीमार दो लोगों का सीएचसी में किया जा रहा इलाज
मेडिकल टीम ने प्रभावित टोले में जाकर अन्य बीमारों का किया इलाज
प्रतिनिधि, विश्वास के नाम गोविंदपुर
गोविंदपुर में डायरिया का प्रकोप है। गोविंदपुर पंचायत की वार्ड छह नाई टोला में दर्जन भर लोग डायरिया से पीड़ित हो गए। जिसमें गंभीर रूप से बीमार दो लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जबकि शेष लोगों का इलाज उनके घरों में ही किया जा रहा है। टोले के 39 वर्षीय प्रवेश शर्मा एवं 16 वर्षीय रागिनी कुमारी का सीएचसी में इलाज चल रहा है। टोले में डायरिया फैले होने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और टीम ने जाकर प्रभावित टोले का जायजा लिया।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निशिकांत कुमार ने बताया कि गोविंदपुर मुखिया अनुज सिंह ने उन्हें सूचना दी थी कि वार्ड नंबर 6 नाई टोला में कई लोग डायरिया से ग्रसित हो चुके हैं। सूचना मिलते ही एक टीम प्रभावित टोले में भेजी गई। टीम में शामिल चिकित्सक डॉ. कुमारी अन्नपूर्णा, फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार, परिचारी विनोद कुमार सहित अन्य को मौके पर भेजा गया। टोले में 12 लोग डायरिया से ग्रसित पाए गए। जिसमें प्रवेश शर्मा एवं रागिनी कुमारी की स्थिति खराब रहने के कारण उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर समुचित इलाज किया जा रहा है। शेष दिलीप शर्मा, कौशल कुमार, संतोष सिंह, गोविंद शर्मा, गुड्डू शर्मा आदि का उनके घर पर ही इलाज किया गया। उन्हें पर्याप्त दवाइयां देकर सावधानी बरतने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि टोले में दवा का छिड़काव कराया गया है। लोगों को साफ-सफाई व खान-पान पर विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। मुखिया अनुज सिंह ने भी अपने स्तर पर टोले में दवा का छिड़काव कराया।
दूषित भोजन-पानी के सेवन से होती है बीमारी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निशिकांत कुमार ने बताया कि डायरिया आमतौर पर गंदगी, दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है। यह समस्या किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकती है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों में यह अधिक सामान्य होती है। डायरिया को दस्त के नाम से भी जाना जाता है। यह पाचन संबंधी समस्या है। बारिश के मौसम में सुपाच्य भोजन का सेवन करना चाहिए। डायरिया होने पर अस्पताल में आकर अपना इलाज करवाएं।
Post a Comment