- मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर रुपये गबन करने का आरोप
- ग्राहकों के लगभग डेढ़ करोड़ रुपये गबन का आ रहा मामला
- बैंक के जोनल अधिकारी ने रजौली पहुंच कर की जांच
प्रतिनिधि, विश्वास के नाम रजौली :
रजौली में पुरानी बस स्टैंड स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में राशि गबन से जुड़ा एक मामला सामने आ रहा है। मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक समेत 6
कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।जिसमे पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक राकेश रंजन,केशव कुमार,विकास कुमार-1,विकास कुमार-2,प्रमोद शरण,अभिनंदन कुमार व बैंक के कार्यरत अन्य कर्मी भी संदेह के घेरे में हैं।
इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। कहा जा रहा है कि कई ग्राहकों का तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये का गबन किया गया है। बैंक के जोनल हेड पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और जैसे-जैसे बैंक कर्मियों की संलिप्तता इस गबन में सामने आ रही है वैसे-वैसे सभी को निलंबित किया जा रहा है। जोनल हेड ने रजौली स्थित बैंक की शाखा में जाकर पूरे मामले की छानबीन की। बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी पंजाब नेशनल बैंक से टैगिंग है और यहीं से पंजाब नेशनल के अकाउंट होल्डरों को मेटलाइफ का जानकारी देकर उसका इंश्योरेंस कराया जाता था। इसी के जरिए राशि का गबन किया गया है।
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कैसे खेला जाता था खेल
बैंक सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उससे यह पता चला है कि बैंक कर्मी शाखा प्रबंधक से मिलीभगत करते हुए मेट लाइफ के नाम से ही एक अकाउंट अपने ब्रांच में खोलकर रखे हुए थे और ग्राहक से इंश्योरेंस में पैसा जमा करने के नाम पर चेक लेते थे। इस अकाउंट में पैसा को डेबिट करते हुए रुपया निकालते थे। मेटलाइफ में नवीनीकरण जमा करने के नाम पर बैंक कर्मी मेटलाइफ के ग्राहकों से चेक लेते थे और अपने अकाउंट में क्रेडिट कर पैसा को डेबिट कर लेते थे। रजौली के निवासी संजय कुमार अधिवक्ता ने बताया कि मार्च के महीने में उनसे मेटलाइफ में पैसा जमा करने के नाम पर पांच लाख रुपये का सेल्फ चेक लिया गया था। उनके खाते से पैसे की निकासी भी हो गई, लेकिन आज तक मीट लाइफ में पैसा नहीं जमा हो पाया है। यह कोई एक शिकायत नहीं है, इस तरह का काम कई ग्राहकों के साथ किया गया है।
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जांच शुरू होने के बाद मचा हड़कंप
ग्राहकों के रुपये गबन की जांच शुरू होने के बाद हड़कंप मच गया है। बैंक कर्मचारियों के बीच तरह-तरह की चर्चाओं का दौर है। हालांकि पूरे मामले पर जांच का हवाला देते हुए बैंक अधिकारियों ने विशेष जानकारी देने से परहेज किया है। जोनल हेड जांच में जुटे हुए हैं। इधर, ग्राहकों में रुपये को लेकर भय का माहौल बना है। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं रुपये डूब न जाएं। बहरहाल देखना होगा कि बैंक इस मामले में क्या स्थिति स्पष्ट करता है।
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विनय कृष्ण है पूरे मामले का मास्टरमाइंड : कौन है विनय कृष्ण बताते चलें कि विनय कृष्ण पीएनबी मेट लाइफ इंशोयरेंश ला एम्प्लॉय है यह रजौली ब्रांच में बैठकर पंजाब नेशनल बैंक के प्रीमियम कस्टमरों को चिन्हित कर पीएनबी मेट लाइफ इंशोयरेंश का बीमा किया औऱ सालाना प्रीमियम के पैसे को शाखा प्रबंधक और अन्य बैंक कर्मियों के मिली भगत से अपने साढू महेंद्र कुमार दुबे व अपनी पत्नी और कई रिस्तेदारो के बैंक खातों में प्रीमियम के पैसे को बैंक के अधिकारी और कर्मियों के मिलीभगत से ट्रांसफर करवाया।और पूरे पैसे का बंदरबांट किया गया।जानकारी प्राप्त हुई है कि मेट लाइफ ने अपने कर्मी विजय कृष्ण को निलंबित करते हुए प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।
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पीएनबी मेट लाइफ के दर्जनों खाताधारकों से की गई है ठगी :वैसे तो पीएनबी मेट लाइफ इंश्योरेंश करवाने वाले कई हैं लेकिन रजौली नगर पंचायत के ड्योढ़ी निवास संजय कुमार अधिवक्ता ने जब पूरे ठगी के बारे में पता चला तो वह मंगलवार को पीएनबी की रजौली शाखा पहुँचे और जाँच अधिकारियों को लिखित रूप से अपने साथ हुए स्कैम का शिकायत किया।उन्होंने बताया कि मुझे पाँच लाख रुपया बैंक में फिक्स करना था।इसी को लेकर उस समय मैं पीएनबी की रजौली शाखा गया था तत्कालीन शाखा प्रबंधक राकेश रंजन और स्थानीय रिकवरी एजेंट नवीन प्रसाद के कहने पर हमने पीएनबी मेट लाइफ का इंश्योरेंस लिया लेकिन मुझे आजतक उस इंश्योरेंस का कोई प्रमाण नही मिला।
वही रजौली के बभनटोली निवासी सुधीर कुमार ने बताया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक एनके दास के कहने पर पीएनबी मेट लाइफ का इंश्योरेंस वर्ष 2017 में लिया और मेरे खाते से पहला किश्त भी कट गया और पीएनबी मेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के खाते में पैसा गया।लेकिन इसका कोई प्रमाण मुझे नही मिल रहा था।कुछ वर्षों बाद हमने बॉन्ड पेपर के लिए बैंक में कई बार बोला तो टालमटोल करता रहा और आजतक कोई कागजात नही मिला 2022 में मुझे पीएनबी मेट लाइफ का बॉन्ड पेपर मिला जिसे मैं बिना खोले ऐसे ही घर मे रख दिया था।लेकिन मंगलवार को पंजाब नेशनल बैंक में पीएनबी मेट लाइफ की घोटाले की खबर मिली तो मैं बैंक गया तो मुझसे कागजात माँगा गया।जब हम बॉन्ड पेपर निकालकर देखने लगे तो मुझे उसी समय अहसास हो गया कि मेरे साथ स्कैम हो गया है।मेरे बॉन्ड पेपर पर ना तो मेरा मोबाइल नंबर अंकित है और ना ही नोमनी में मेरे द्वारा दिया गया नॉमिनी का नाम दर्शाया गया है।मेरे बॉन्ड पेपर नोमनी में संजू देवी का नाम अंकित है जबकि मेरे द्वारा दिया गया नाम कुछ और है।ऐसे दर्जनों कस्टमर शाखा पहुँचकर स्कैम से संबंधित शिकायत दर्ज कराया।
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स्कैम की सूचना पर पटना से आई जाँच टीम के द्वारा लगातार दो दिन से पंजाब नेशनल बैंक में स्कैम से संबंधित जाँच कर रहे हैं। इस संबंध में जब जाँच अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
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