सात डिसमिल जमीन को लेकर दौलतपुर गांव में हो चुकी है तीन लोगों की हत्या

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सात डिसमिल जमीन को लेकर दौलतपुर गांव में हो चुकी है तीन लोगों की हत्या


-2018 में मृतक विधवा का पति विवेकानंद सिंह की हुई थी सबसे पहले हत्या।


- इसी कड़ी में जुलाई 23 में हुई सेवा निवृत लिपिक उपेंद्र सिंह की हत्या


प्रतिनिधि विश्वास के नाम वारिसलीगंज:

महज सात डिसमिल घरेलू परती जमीन को लेकर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव में तीन लोगों की हत्या हो चुकी है। जबकि दो अन्य शर्मनाक घटनाएं भी इस विवाद की कड़ी बनी है। सोमवार की रात नवादा से घर लौटने के दौरान रास्ते में गोली का शिकार हुई 35 वर्षीय विधवा ममता देवी की हत्या गोलीमार कर कर दी गई है। ममता की मौत तब हुई जब उसके पति विवेकानंद सिंह की हत्या मामले में 3 जुलाई को कोर्ट में ममता की गवाही होनी थी। 

छह साल पहले पति की हुई थी हत्या-

सोमवार की रात बदमाशों की गोलीबारी में मृत ममता देवी का पति विवेकानंद सिंह की हत्या भूमि विवाद के कारण 2018 में गांव में ही कर दी गई थी। तब विवेकानंद के शरीर में 18 गोलियां मारी गई थी। विवेकानंद की हत्या के मामले की प्राथमिकी में 12 लोगों को नामजद और 04 अज्ञात को आरोपित किया गया था। जो मामला न्यायालयों में विचाराधीन है। 3 जुलाई को इस मामले में गवाही होनी थी। गांव के 7 डिसमिल भूमि के विवाद में विवेकानंद सिंह और अनिल सिंह के बीच कई घटनाएं हुईं। आज भी अनिल सिंह नावालिग से दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद हैं। वहीं अनिल सिंह के दो बेटे गुड्डू और लाला भी मंडल कारा नवादा में बंद है। गुड्डू विवेकानंद की हत्या और लाला इसी गांव के उपेन्द्र सिंह की हत्या के मामले में जेल में है। इसी भूमि विवाद के मामले में गांव की एक महिला को नंगा कर घुमाने की घटना भी घटित हुई थी। गांव के उपेंद्र सिंह की हत्या भी वारिसलीगंज स्थित आवास पर 11 जुलाई 2023 को बाजार स्थित नवनिर्मित भवन में गोली मारकर की गई थी।

सभी पुराने विवाद को खत्म करने की भी हुई पहल-

इन सभी विवादो को समाप्त करने की पहल कुछ दिनों पूर्व हुई थी। इलाके के वुद्धिजीवियों के हस्तक्षेप से सभी पुरानी रंजिश को समाप्त कर शांति कायम करने की पहल की गई थी। फलस्वरूप विवादो की जननी रही गांव की 07 डिसमिल परती भूमि मृतका ममता देवी के नाम करवा दी गई थी। प्रतिद्वंद्वी अनिल सिंह के पिता राजेंद्र सिंह ने जमीन की रजिस्ट्री में ममता देवी के नाम कुछ दिनों पहले ही की थी। लेकिन शांति का पहला प्रयास किसी को रास नहीं आया और ममता देवी को ही गोली मार कर हत्या कर दिया। ममता की मौत के बाद उनके तीन नावालिग बच्चों के सिर से ममता की छावं छिन गई। 2018 में पिता और अब मां भी दुनियां में नहीं रही। ममता-विवेकानंद दम्पति को कुल 3 संतानें, एक पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। सभी का उम्र आठ से 13 वर्ष के बीच है। इन बच्चों की परवरिश कैसे होगी मृतक के स्वजनों के लिए चिंता का बिषय बन गया है।

ममता की हत्या के बाद पुलिस इस मामले को कई एंगल से जांच करने में जुटी है। क्योंकि जब मामला समझौता की ओर अग्रसर था। इस बीच विधवा महिला की मौत लोगो को उलझा रहा है। पुलिस के सामने ममता देवी की हत्या की गुत्थी सुलझाने तथा बदमाशों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने की बड़ी चुनौती है।


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