सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा,कोशी बैरेज के खोले गए 21 फाटक,लगातार बढ रहा है कोसी का डिस्चार्ज

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सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा,कोशी बैरेज के खोले गए 21 फाटक,लगातार बढ रहा है कोसी का डिस्चार्ज


विश्वास के नाम


सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है,बुधवार को सुबह से ही कोशी नदी का बैरेज से डिस्चार्ज लगातार बढ़ते क्रम में दर्ज किया जा रहा है,12 बजे 1 लाख 41 हजार क्यूसेक दर्ज किया गया,बढ़ते पानी के प्रेशर को देखते हुए बैरेज प्रशासन द्वारा 56 फाटक में 21 फाटक को खोल दिया है, जिससे तटबंध के भीतर बसे ईलाके जलमग्न होने का खतरा बढ़ गया  है ,प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी हुई है और संभावित खतरे  से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।


दरअसल नेपाल के पहाङी ईलाके में पिछले कुछ दिनों में रुक रुक कर लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कोसी नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया है। नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे आसपास के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है किसानों की फसले डूब गयी है जिससे उन्हे काफी नुकसान हुआ है वही नाव की समुचित व्यवस्था नही होने से लोगो में नाराजगी भी है.



कोसी नदी का इतिहास बाढ़ से जुड़ा रहा है, जिससे यह इलाका 'बिहार का शोक' के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में प्रशासन और स्थानीय लोग किसी भी संभावित संकट से निपटने के लिए तैयार हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।कोसी नदी के जलस्तर में हो रही लगातार वृद्धि ने सुपौल जिले के किसानों के लिए भारी मुसीबत खड़ी कर दी है। तटबंध के भीतर फैली फसलों पर पानी का कहर बरसा रहा है, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।



बुधवार सुबह से ही कोसी नदी के डिस्चार्ज में बढोतरी देखी जा रही है,इसबार बाढ़ अबधि में सर्वाधिक डिस्चार्ज 2 लाख 27 हजार क्यूसेक रिकार्ड किया गया है,लेकिन आज सुबह से फिर कोशी डिस्चार्ज बढ़ रहा है फिलहाल खतरे की बात नही है लेकिन अचानक पानी आ जाने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है .किसानों की माने तो करीब 200 एकङ में लगी मुंग और मक्के की फसल पुरी तरह से डूब गयी .

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