लोकसभा चुनाव के बीच 'टूट' रही कांग्रेस, बीजेपी में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली

👉

लोकसभा चुनाव के बीच 'टूट' रही कांग्रेस, बीजेपी में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली

 


लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के बड़ा झटका लगा है। हाल ही में कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले नेता अरविंदर सिंह लवली ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। बता दें कि जब अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ा था तो कयास लगाए जा रहे थे कि वो पार्टी से भी इस्तीफा देकर बीजेपी के साथ जुड़ जाएंगे। हालांकि उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वो सिर्फ दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है पार्टी से नहीं लेकिन आज उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है।

कांग्रेस अध्यक्ष को लिखी थी चिट्ठी

अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस दिल्ली अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने अपनी चिट्ठी में आप के साथ गठबंधन पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद कांग्रेस ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया।

अरविंदर सिंह लवली ने भारी मन से लिखा पत्र

आज बीजेपी में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष पद को छोड़ते हुए खरगे को जो पत्र लिखा था उसमें उन्होंने लिखा कि मैंने पिछले 7-8 महीनों में दिल्ली में पार्टी को फिर से स्थापित करने का पुरजोर और भरपूर प्रयास किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पार्टी फिर से उसी स्थिति में पहुंच जाए, जैसी कभी थी। आप अच्छी तरह से जानते हैं कि अगस्त 2023 में जब मुझे कार्यभार सौंपा गया था तब पार्टी इकाई किस स्थिति में थी। तब से, मैंने कई उपाय करके पार्टी को फिर से खड़ा करने और अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को फिर से सक्रिय करने के लिए कड़ी मेहनत की है।

मैंने सैकड़ों स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल किया, जो या तो पार्टी छोड़ चुके थे या निष्क्रिय हो गए थे। इसके अलावा कई सालों से पार्टी ने शहर में कोई बड़ा आयोजन/रैली नहीं की थी, मैंने यह सुनिश्चित किया कि पिछले 7-8 महीनों में हर महीने कम से कम एक बड़ी रैली सफलतापूर्वक की जाए। ऐसा करके मैंने यह भी सुनिश्चित किया कि शहर की सभी 7 संसदीय सीटें कवर हो जाएं क्योंकि आम चुनावों के लिए बहुत कम समय बचा था। लवली ने लिखा, भारी मन से मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूं मैं कई कारणों से खुद को दिल्ली पार्टी इकाई के अध्यक्ष के रूप में बने रहने में असमर्थ पा रहा हूं।


Post a Comment

Previous Post Next Post