शेखपुरा-डीएम की अध्यक्षता में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ, विभिन्न योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित

👉

शेखपुरा-डीएम की अध्यक्षता में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ, विभिन्न योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित


अधिकारियों को नियंत्रण सुधार करने का आदेश ताकि पुरे बिहार में जिलों की रैंकिंग में शीर्ष स्थान में जिला आए, डीएम शेखपुरा 


( रंजन कुमार विश्वास के नाम ब्यूरो चीफ शेखपुरा )


शेखपुरा जिला के डीएम आरिफ अहसन,की अध्‍यक्षता में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ विभिन्न योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारीयों को संबोधित करते हुए कहे की प्रखंड स्‍तर पर प्रशासनिक व्‍यवस्‍था के सूत्रधार वे ही होते है इसी कारण सभी प्रखंड विकास पदाधिकारीयों का यह दायित्‍व बनता है कि वे न केवल अपनी योजनाओं का बेहतर ढंग से क्रियान्वन करे बल्कि अन्य प्रखंड स्‍तर के पदाधिकारियों के योजनाओं का भी निरीक्षण एवम अनुश्रवण करे! प्रखंड स्‍तर पर सभी पदाधिकारियों का साप्‍ताहिक बैठक अपने अध्‍यक्षता में करें तथा उसका प्रतिवेदन उनके पास अपने मंतव्य के साथ उपस्थिति करे उन्होंने सभी पदाधिकारी को समय से कार्यालय आने एवं अपने कार्यालयों को सुव्‍यवस्थित एवं साफ-सुथरा रखने का भी निर्देश दिया है! अनावश्‍यक लोगों को कार्यालय में नही रहने दे। अपने कार्यालय से संबंधित कार्य की विवरणी बनाये एवं इसकी  जानकारी आमजन को भी दे। क्षेत्र भ्रमण का समय सुबह अथवा शाम को रखे एवं शेष समय अपने कार्यालय में रहे, ताकि आप तक आमलोगों की पहुँच सुलभ हो सके। समय-समय पर कर्यालयों की जांच जिला स्‍तरीय वरीय पदाधिकारियों से भी कराई जाएगी। अपने कार्यालय में सकारात्‍मक माहौल बनाए रखे,जिसका असर आपके कामों के निस्पादन में भी दिखेगी। आमजन से प्राप्‍त आवेदनों को निस्‍पादन करने में प्राथमिकता दे। समस्‍याओं का गुणवतापूर्वक हल हो, ऐसा प्रयास करे!आवेदन को समयबद्ध होकर निष्‍पादन करे!अगर आपके  क्षेत्राधिकार से उस समस्या का समाधान बाहर है तो इस व्यक्ति को उचित मार्गदर्शन देते हुए संबंधित कार्यालय जाने का सुझाव भी दे।प्रखंड स्‍तर पर विभागों के आपसी समन्‍वय से कार्ययोजना बनाएं ताकि संसाधनों का बेहतर ढंग से उपयोग किया जा सके। सभी प्रखंड स्‍तरीय पदाधिकारी सर्वप्रथम 05-05 योजनाएं विभिन्‍न विभागों के समन्‍वय से इस प्रकार बनाए, जिससे कुछ नया एवं गुणवतापूर्ण काम किया जा सकें। उदहारण के तौर पर प्रखंड एवम पंचायत में खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम का निर्माण कराया जा सकता है,जिसके लिए मनरेगा पंचायती राज विभाग की योजनाओं का सहारा लिया जा सकता है। साथ ही शिक्षा विभाग के साथ समन्वय कर वहा बच्चो के खेलने के लिए रूटीन बनाया जा सकता है। इसके साथ ही अपने कामों में निरंतर सुधार करने का आदेश उन्होंने दिया ताकि राज्य में जिलों की रैंकिंग में शीर्ष स्थानों में जिला आए।

Post a Comment

Previous Post Next Post