मुखिया हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी पर परिजनों को यकीन नहीं, मंत्री संतोष मांझी काे परिजनों ने सुनाई व्यथा

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मुखिया हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी पर परिजनों को यकीन नहीं, मंत्री संतोष मांझी काे परिजनों ने सुनाई व्यथा




प्रतिनिधि विश्वास के नाम नवादा:



मुखिया हत्याकांड में पुलिस की थ्योरी पर परिजनों को यकीन नहीं है। बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी ने उक्त बातें कही है। उन्होंने कहा है कि पुलिस की अबतक की कार्रवाई में खामियां है। वे बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर बुधौली पहुंचे थे।


दिवंगत मुखिया की पत्नी कौशल्या देवी व अन्य परिजनों से बातचीत कर नवादा लौटे मंत्री ने नवादा लाइव से बातचीत में कहा कि घटना में जो लोग भी शामिल हैं उनपर सख्ती से कार्रवाई हो। स्थानीय पुलिस अधिकारियों से बात हुई है। उनलोगों को 4-5 दिनों का वक्त दिया गया है। कुछ और बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। मंत्री ने कहा कि परिजनों से बातचीत में ये बात सामने आई है कि पुलिस कार्रवाई की जद में आए कुछ लोग निर्दोष हैं। मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ी तो सही जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक से बात करेंगे। 


उन्होंने कहा कि पुलिस ने अबतक घटना की दर्ज प्राथमिकी में एससी-एसटी एक्ट की धारा को नहीं जोड़ा है। इस एक्ट के नहीं होने से परिवार को सरकार प्रदत मुआवजा व अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय और हक दिलाया जाएगा। मंत्री से परिजनों ने तत्काल एक चापाकल की मांग की। जिसके लिए पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया है।


उल्लेखनीय है कि 13 जून की रात पकरीबरावां प्रखंड के बुधौली पंचायत की मुखिया पप्पू मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस अबतक पंचायत की उप मुखिया भलुआ गांव निवासी अनुज पांडेय उर्फ छोटू पांडेय, मुखिया के कर्ताधर्ता रहे बुधौली ग्रामीण अमरेंद्र कुमार, दिऔर गांव के मनीष सिंह, बुधौली के ही रामा चौधरी और काेइरिया बीघा के निखिल कुमार कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।


एक दिन पहले यानि मंगलवार को एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा था कि मुखिया बनने के बाद साल 2019 से अबतक पप्पू मांझी केवल सरकारी योजना की राशि निकालने के लिए अंगूठा लगाता रहा था। सभी राशि अमरेन्द्र कुमार और मनीष सिंह लेते रहे थे। कुछ दिनों से मुखिया अमरेंद्र और मनीष को तरजीह नहीं दे रहे थे, इस कारण साजिश के तहत अमरेंद्र और मनीष ने उप मुखिया के साथ सांठ-गांठ कर मुखिया की हत्या कराई। ढाई लाख रुपये की सुपारी किलर को देने की बात हुई थी। अब मंत्री जब पीड़ित के घर पहुंचे और परिवार के लोगों से बातचीत किया तो पुलिस की थ्योरी को एक तरह से खारिज ही कर दिया। ऐसे में पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है।


मंत्री के बुधौली दौरे के वक्त पार्टी के जिला उपाध्यक्ष विकास कुमार सहित कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता साथ थे। विकास कुमार ने कहा कि मंत्री जी के आगमन से पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ी

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