रजौली में फुलवरिया जलाशय पर बनेगा 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट,

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रजौली में फुलवरिया जलाशय पर बनेगा 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट,


25 वर्षों तक बिहार को इतने कम दाम पर मिलेगी बिजली 


प्रतिनिधि विश्वास के नाम

पटना:हरित ऊर्जा के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बिहार में सोलर पावर प्लांट लगाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। इसके तहत बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने नवादा जिले के रजौली में फुलवरिया जलाशय पर 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने की जिम्मेदारी सूर्यम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी है। आने वाले समय में नवादा और इसके आसपास के लोगों को भी हरित और स्वच्छ ऊर्जा का लाभ मिल सकेगा।इस परियोजना का निर्माण रेस्को मोड (RESCO Mode) के अंतर्गत किया जाएगा। संबंधित एजेंसी 12 महीने के अंदर इस परियोजना को पूरा करेगी। इस परियोजना से अगले 25 वर्षों तक बिहार को 3.87 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली प्राप्त होगी।ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा की, "बिहार में सौर ऊर्जा की असीम संभावनाएं हैं, और हम इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। रजौली में यह फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे हरित भविष्य की नींव भी रखेगा।" ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि यह परियोजना बिहार में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से हम न केवल ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देंगे, बल्कि जलाशयों का भी बेहतर उपयोग कर सकेंगे। यह परियोजना हमारी हरित ऊर्जा की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है और हमें पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने में मदद करेगी।बीएसपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा कि बिहार में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत काम हो रहा है। चूंकि राज्य में सूर्य की रोशनी कुछ महीनों को छोड़कर सालों भर बनी रहती है, इसलिए सोलर पावर प्लांट से बेहतर परिणाम हासिल किया जा सकता है। रजौली के फुलवरिया जलाशय पर लगने वाला 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट निश्चित तौर पर राज्य में हरित ऊर्जा प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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