सड़क दुर्घटना में दो बाइक सवार युवक घायल

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सड़क दुर्घटना में दो बाइक सवार युवक घायल



टोल प्लाजा के 1033 एंबुलेंस ने  पहुंचाया अनुमंडलीय अस्पताल रजौली

घायल मरीज को 1033 एंबुलेंस से उतारने वाला अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में नही था कोइ स्टाफ 

रजौली। प्रफुल्ल कुमार सुमन 

रजौली थाना क्षेत्र के एनएच-20 करीगांव टोल प्लाजा के समीप बहादुरपुर मोड़ के पास नवादा की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार अनियंत्रित वाहन न बाइक सवार युवक को ठोकर मारते हुए फरार हो गया। जिससे दोनों युवक घायल हो गया। घायल युवक की पहचान बहादुरपुर पंचायत के खिजुआ गांव निवासी महमुर आलम का 22 वर्षिय बेटा तबरेज आलम व शमशेर आलम का 20 वर्षीय बेटा तंजीम आलम अपने घर खिजुआ से बाइक द्वारा रजौली बाजार जरूरी काम से जा रहा था। इसी क्रम में करीगांव टोल प्लाजा के समीप बहादुरपुर मोड़ के पास एक अनियंत्रित वाहन नवादा की ओर से तेज रफ्तार में बाइक सवार युवक को ठोकर मारते हुए फरार हो गया। जिससे उक्त दोनों युवक बीच  सड़क पर गिरकर घायल हो गया। जिसे टोल प्लाजा पर पदस्थापित  चिकित्सक डॉ आर पी शर्मा के द्वारा प्राथमिक उपचार कर एनएचएआई के 1033 एंबुलेंस से अनुमंडलीय अस्पताल रजौली लाया गया। जहां घायल मरीज को 1033 एंबुलेंस से उतारने वाला कोई अनुमंडलीय  अस्पताल रजौली में स्टाफ नहीं था। टोल प्लाजा पर पदस्थापित चिकित्सक डॉ आर पी शर्मा के द्वारा ही स्ट्रक्चर को एम्बुलेंस के पास से धकेल कर अनुमंडलीय अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर तक ले जाया गया। उसके कुछ देर बाद अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक  डॉ0 सतीष चंद्रा सिन्हा एक अस्पताल कर्मी के साथ ऑपरेशन थिएटर पहुंचकर घायल मरीज का प्राथमिक उपचार किया। 

वहीं टोल प्लाजा के चिकित्सक  डॉ आर पी शर्मा ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल में किसी प्रकार का मरीज के लिए कोई सुविधा नहीं है। ना वार्ड बॉय है, ना एएनएम है, ना कोई अस्पताल कर्मी है। चिकित्सकों के इंतजार में मरीज के परिजन घंटों बेहाल रहते हैं। उसके बाद भी अस्पताल में किसी प्रकार का स्टाफ लोग देखने के लिए नहीं आते हैं। अनुमंडलीय अस्पताल का स्थिति जब दिन के उजाले में कोई इमरजेंसी मरीज को देखने वाला नहीं है तो रात के अंधेरे में इमरजेंसी मरीज को कौन देखता होगा। अगर मरीज के साथ परिजन अनुमंडलीय अस्पताल नहीं आए तो मरीज को एक सप्ताह तक कोई देखने वाला नहीं आएगा। यह हाल 75 शैय्या अनुमंडलीय अस्पताल का है। जिसे अपग्रेड कर ट्रॉमा सेंटर बनाया जा रहा है। जब अनुमंडलीय अस्पताल का स्थिति इतना खराब है तो ट्रामा सेंटर का हाल क्या होगा आप स्वयं बता सकते हैं। जबकि 3 महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक ट्रामा सेंटर का शुभारंभ नहीं किया गया है। सिर्फ जगह-जगह ट्रामा सेंटर का बोर्ड बैनर लगा दिया गया है। जिसे लोग पढ़ कर तसल्ली रखें की रजौली में भी ट्रामा सेंटर खुल गया है।

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