अक्षय तृतीया और भड़रिया नवमी ही एक मात्र उपाय
नई दिल्ली (ईएमएस)। शुक्र ग्रह 30 अप्रैल से अस्त हो गया है। 6 मई को गुरु गृह अस्त हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में अब दो माह तक विवाह नहीं हो सकेंगे। 28 जून के बाद जब शुक्र गृह का उदय होगा। उसके बाद ही शादी विवाह हो सकेंगे। शुक्र और गुरु अस्त होने के बाद, हिंदू मान्यताओं के अनुसार शादी विवाह के कार्यक्रम नहीं हो सकते हैं।
शादी विवाह के लिए अब दो ही विकल्प रहेंगे। एक विकल्प है, अक्षय तृतीया का। 10 मई को अक्षय तृतीया है। 15 जून को भड़रिया नवमी है। इन दोनों तिथि में बिना किसी मुहूर्त के विवाह किये जा सकते हैं। लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं। 6 मई के बाद शादी ब्याह के मुहूर्त नहीं होने के कारण यह माना जा रहा है। 6 में के बाद मतदान बढ़ेगा।किसान, खेती किसानी के काम से फारिग हो चुके होंगे। इसी तरह शादी ब्याह नहीं होने से इसका असर मतदान में पड़ेगा। 6 में के बाद से मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा। ऐसा अनुमान राजनीतिक दलों द्वारा लगाया जा रहा है।
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