दिल्ली में बारिश तो ओडिशा-आंध्र में चल रही लू, जानें आपके राज्य में आगे कैसा रहेगा मौसम

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दिल्ली में बारिश तो ओडिशा-आंध्र में चल रही लू, जानें आपके राज्य में आगे कैसा रहेगा मौसम

 


दिल्ली-एनसीआर में बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग की तरफ से रविवार को भी दिल्ली में बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आसमान में बादल छाए रहेंगे। ऐसे में 20 अप्रैल तक भीषण गर्मी से राहत रहेगी। हालांकि, 18 अप्रैल से पारे में बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी। वहीं, मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, जम्मू संभाग से से लेकर तमिलनाडु में हवा चलने के साथ बारिश का अनुमान है। दूसरी तरफ, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 15 से 17 अप्रैल के बीच लू चलने का अनुमान व्यक्त किया गया है।

दिल्ली-एनसीआर को गर्मी से राहत

दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में शनिवार शाम को बारिश होने और तेज हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ के कारण आकाश में बादल छाए रहेंगे। रविवार को तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इससे राजधानी में तापमान लगभग 33 प्रतिशत तक गिर जाएगा। दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक है। आईएमडी ने दिल्ली-NCR में आंधी चलने और बिजली गिरने संबंधी एक परामर्श भी जारी किया है। इसमें लोगों से घर के भीतर रहने का आग्रह किया गया। मौसम विभाग ने लोगों को खिड़कियां और दरवाजे बंद करने और यात्रा करने से बचने की भी सलाह दी है।

देश में कहां-कहां होगी बारिश

अगले 2-3 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम तूफान (हवाओं की गति 40-50 किमी प्रति घंटे), बिजली और ओलावृष्टि और कुछ मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। पश्चिम राजस्थान, जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों और सुदूर दक्षिण तमिलनाडु में अगले 2-3 घंटों के दौरान मध्यम गरज के साथ बारिश (हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे) और कुछ दौर की बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 14 अप्रैल, 2024 को अलग अलग स्थानों में ओलावृष्टि की संभावना है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, असम और मेघालय में 16 और 17 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों में भारी वर्षा होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में 14 और 15 अप्रैल, 2024 को अलग अलग स्थानों में भारी वर्षा (64.5-115.5 मिमी) होने की संभावना है।

आगे कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग का कहना है कि एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के ऊपर बना हुआ है। इसके बीच में एक ट्रफ है। इसके 13-15 अप्रैल के दौरान अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में आने की संभावना है। इस वजह से चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बन गया है। इसका ट्रफ दक्षिण राजस्थान और इससे सटे उत्तरी गुजरात और नीचे उत्तरी ओडिशा तक बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा में कई जगहों पर ओले गिरे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा 13 से 15 अप्रैल के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और राजस्थान में हो सकती है।


लू का क्या सीन है?

मौसम विभाग ने साफ किया है कि अप्रैल के पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 18 और 19 अप्रैल तक महसूस किया जाएगा। ऐसे में तब तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचेगा। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख, कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि अप्रैल में राष्ट्रीय राजधानी में लू की स्थिति का पूर्वानुमान नहीं जताया गया है। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले तीन दिनों से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने बताया कि प्रचंड गर्मी की स्थिति की घोषणा तब की जाती है, जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है, और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है।

दक्षिण भारत में पड़ रही भीषण गर्मी

दिल्ली-एनसीआर में जहां बारिश के बाद गर्मी से राहत है वहीं, दक्षिण भारत के राज्यों में लू की स्थिति है। कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश से लेकर तेलंगाना तक पारा 43 डिग्री के पार पहुंचा हुआ है। ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में 15 - 17 अप्रैल, 2024 को लू चलने की संभावना है। राज्यों में बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने सिर को ढंके बिना बाहर न निकलें। लू से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। मौसम विभाग के अनुसार तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ जिलों में हल्की बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि अल नीनो के प्रभाव के कारण राज्य के अधिकतर जिलों में बारिश नहीं होगी। राज्य में अप्रैल के महीने में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।

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