अंतरजिला गिरोह के 15 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ऑनलाइन शॉपिंग में छूट व इनाम का झांसा देकर कर रहे थे ठगी

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अंतरजिला गिरोह के 15 साइबर अपराधी गिरफ्तार, ऑनलाइन शॉपिंग में छूट व इनाम का झांसा देकर कर रहे थे ठगी


गिरफ्तार लोगों में नवादा, पटना, नालंदा व शेखपुरा जिले के ठग हैं शामिल 

साइबर थाना की विशेष टीम ने वारिसलीगंज के सोरहीपुर गांव में की छापेमारी

प्रतिनिधि, विश्वास के नाम नवादा :

साइबर थाना की पुलिस को एक अहम कामयाबी हाथ लगी है। ऑनलाइन शॉपिंग में छूट व इनाम का झांसा देकर ठगी कर रहे अंतरजिला गिरोह के 15 साइबर अपराधियों को पुलिस ने धर-दबोचा। हालांकि कई अपराधी भाग निकलने में कामयाब हो गए। जिसमें गिरोह का सरगना भी शामिल था। जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सोरहीपुर गांव में पुलिस ने छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल से मिले साइबर अपराधियों के नंबरों की ट्रैकिंग के आधार पर सोरहीपुर गांव के बगीचे में छापेमारी की गई। इस दौरान 15 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए अपराधी नवादा के अलावा पटना, नालंदा व शेखपुरा जिले के रहने वाले हैं। छापेमारी में अपराधियों से 13 मोबाइल, 01 सिम, 56 पेज कस्टमर डाटा सीट व 07 पेज फटा हुआ कस्टमर डाटा सीट बरामद किया गया है। डाटा में में बिहार समेत विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं के नाम, पता, मोबाइल नंबर व ऑनलाइन शॉपिंग में खरीदे गये उत्पादों के नाम दर्ज हैं। वहीं अपराधियों के पास से जब्त की गयी मोबाइल से भी लाखों के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का खुलासा हुआ है। उन्होंने बताया कि अपराधियों द्वारा ऑनलाइन शॉपिंग में डिस्काउंट देने व इनाम का झांसा देकर ठगी की जा रही थी। 

उन्होंने बताया कि अपराधी फ्लिपकार्ट व शॉपी जैसी ऑनलाइन मार्केटिंग कम्पनियों से कैश ऑन डिलीवरी पर खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं को कॉल कर उन्हें ऑनलाइन कैश पेमेंट पर 30 फीसदी डिस्काउंट का झांसा देकर ठगी में जुटे थे। इसके अलावा ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले उपभोक्ताओं को कॉल कर उन्हें इनाम निकलने का झांसा देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर झांसा देकर भी ठगी की जा रही थी। गिरोह का सरगना अपने टीम के सदस्यों को कस्टमर डाटा सीट, मोबाइल व सिम आदि उपलब्ध कराता था। कॉल करने वाले व विभिन्न एटीम से रुपये निकालने वाले अपराधियों का कमीशन फिक्स होता था। इन्हें 10 फीसदी से लेकर 40 फीसदी तक कमीशन दिया जाता था। इस मामले में गिरफ्तार अपराधियों समेत कुल 18 अपराधियों को नामजद किया गया है। इनमें तीन गिरोह के सरगना भी शामिल हैं। 


विशेष टीम ने की छापेमारी

साइबर डीएसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने सोरहीपुर के बगीचे में छापेमारी कर सफलता हासिल की। टीम में साइबर थाने के अपर थानाध्यक्ष संजीत सिंह, एसआई रविरंजन मंडल, सिपाही पिन्टू कुमार, अजय कुमार चौधरी, सौरभ कुमार, रंजन कुमार, राजकुमार मिस्त्री, विकास कुमार, धुरी कुमारी, चंदन कुमार, महिला सिपाही रूपम कुमारी व चालक सिपाही बिनोद कुमार शामिल थे।


इन अपराधियों को किया गया गिरफ्तार

छोटू कुमार पिता स्व. सौदागर मिस्त्री, फुटौनीचक नवादा नगर थाना। 

शुभम कुमार पिता रविंद्र मिस्त्री, सोरहीपुर, वारिसलीगंज। 

गौतम कुमार पिता देवेन्द्र मिस्त्री, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

गोलू कुमार पिता कमलदेव सिंह, कांधा वारिसलीगंज।

विकास कुमार उर्फ कारू, पिता अजय सिंह, मरांची पटना। 

संदीप कुमार पिता सुबोध सिंह, सोरहीपुर वारिसलीगंज। 

संदीप कुमार पिता स्व. सुधीर सिंह, बरमा शेखपुरा।

सुबन कुमार पिता रामानुज सिंह, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

कुणाल कुमार पिता अखिलेश्वर सिंह, चंडीमौ सिलाव नालंदा। 

अमित कुमार पिता सिकंदर सिंह, सोरहीपुर वारिसलीगंज

मनु कुमार पता कृष्ण मिस्त्री, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

अविनाश कुमार पिता महेंद्र सिंह, सोरहीपुर, वारिसलीगंज।

छोटू कुमार पिता राकेश सिंह, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

रौशन कुमार पिता वकील मिस्त्री, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

अंकु कुमार पिता अशोक सिंह, सोरहीपुर वारिसलीगंज।

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